मधुबनी. छात्रों को पेयजल की सुविधा उपलब्ध कराने के लिए बिहार सरकार द्वारा सभी स्कूलों में समरसेवल लगाने का निर्णय लिया गया था. सरकार के निर्णय के आलोक में शिक्षा विभाग के द्वारा चयनित संवेदक के माध्यम से जिले के 376 स्कूलों में समरसेवल लगाया गया. समरसेवल लगने के बाद कई स्कूलों से शिकायत आने पर सरकार ने स्कूलों में लगाये गये समरसेवल की जांच करने के बाद संवेदक को भुगतान करने का निर्देश दिया है. साथ ही स्कूलों में लगाये गये समरसेवल की जांच की जिम्मेवारी पीएचईडी विभाग को दी है. इस संबंध में पीएचईडी विभाग के सहायक अभियंता गौरव कुमार श्रीवास्तव ने कहा है कि स्कूलों में लगाये गये समरसेवल में से रैंडमली दस फीसदी समरसेवल की जांच पहले फेज में की जाएगी. उन्होंने कहा है कि अभी नलजल योजना के तहत संचालित कार्य किया जा रहा है. जिसकी वजह से अगले सप्ताह से जांच का काम शुरू किया जाएगा. उन्होंने कहा कि जिले में अभी 36 विद्यालय में लगाये गये समरसेवल की जांच करने का निर्देश दिया गया है. जांच के दौरान पाइप, फिल्टर के साथ कितने लेयर पर समरसेवल लगाया लगाया है की जांच की जाएगी. 15 अगस्त से पहले सभी जगह जांच की प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी.
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