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उपाधीक्षक सहित डेढ़ दर्जन चिकित्सक व कर्मियों से जवाब-तलब, वेतन भुगतान पर रोक

अनुमंडलीय अस्पताल जयनगर का सीएस द्वारा औचक निरीक्षण करने के दौरान अपने कार्य स्थल से अनुपस्थित उपाधीक्षक, अस्पताल प्रबंधक सहित 18 चिकित्सक एवं कर्मियों के वेतन भुगतान पर अगले आदेश तक रोक लगा दी है.

By Prabhat Khabar News Desk | June 20, 2024 10:50 PM

मधुबनी. अनुमंडलीय अस्पताल जयनगर का सीएस द्वारा औचक निरीक्षण करने के दौरान अपने कार्य स्थल से अनुपस्थित उपाधीक्षक, अस्पताल प्रबंधक सहित 18 चिकित्सक एवं कर्मियों के वेतन भुगतान पर अगले आदेश तक रोक लगा दी है. साथ ही अनुपस्थित पाये गया सभी चिकित्सकों एवं कर्मियों को तीन दिनों के अंदर उपाधीक्षक के मंतव्य के साथ स्पष्टीकरण देने का निर्देश दिया है. विदित हो कि पिछले 19 जून को सिविल सर्जन डा. नरेश कुमार भीमसारिया, एसीएमओ डा. आरके सिंह एवं डीपीएम पंकज कुमार मिश्रा ने अनुमंडलीय अस्पताल जयनगर का औचक निरीक्षण किया. यह जानकारी देते हुए सीएस ने कहा कि निरीक्षण के दौरान उपाधीक्षक, अस्पताल प्रबंधक, बीसीएम एवं स्थापना लिपिक अनुपस्थित पाए गए. उन्होंने कहा कि ओपीडी का संचालन एक ही चिकित्सक द्वारा किया जा रहा था. जबकि अनुमंडलीय अस्पताल जयनगर में विशेषज्ञ चिकित्सक पदस्थापित हैं. उन्होंने कहा कि इसके पूर्व उपाधीक्षक को विशेषज्ञ चिकित्सकों से अलग-अलग ओपीडी संचालित करने का निर्देश दिया गया था. लेकिन उपाधीक्षक द्वारा निर्देश का अनुपालन नहीं किया जा रहा है. सीएस ने कहा कि उपस्थिति पंजी के अवलोकन में पाया गया कि परिवार कल्याण परामर्शी मंजू कुमारी द्वारा फरवरी 2024 में 30 एवं 31 तारीख को भी उपस्थिति दर्ज की गई है. जबकि फरवरी माह 29 दिनों का ही था. उन्होंने कहा कि इससे स्पष्ट होता है कि उपाधीक्षक द्वारा उपस्थिति पंजी का कभी भी अवलोकन नहीं किया जाता है. निरीक्षण क्रम में चिकित्सकों एवं कर्मियों का वर्ष 2022 का ही रोस्टर दिया गया. इस संबंध में सीएस ने उपाधीक्षक को नया रोस्टर तैयार कराकर जिला स्तर पर उपलब्ध कराने का निर्देश दिया. यक्ष्मा कार्यक्रम अंतर्गत एसटीएलएस द्वारा स़धारित किये जाने बाले रजिस्टर में 5 जून तक ही डाटा अंकित किया गया था. जबकि 13 एवं 18 जून को 2 यक्ष्मा पाज़िटिव पाया गया था. इस संबंध में उपाधीक्षक को एसटीएलएस से स्पष्टीकरण पुछते हुए उपलब्ध कराने का निर्देश दिया.

इन चिकित्सकों एवं कर्मियों के वेतन पर लगायी गयी रोक

उपाधीक्षक डाॅ रोनित, दंत चिकित्सक डाॅ गुड्डी कुमारी, डाॅ शैलेश कुमार चिकित्सा पदाधिकारी,डा. शहनाज़ चिकित्सा पदाधिकारी, डा. प्रियंका कुमारी चिकित्सा पदाधिकारी, डा. आदित्य आयुष चिकित्सक, डा. अनुमेहा आयुक्त चिकित्सक, डा. आदिल आयुष चिकित्सक, विपिन भारद्वाज लिपिक, प्रभात कुमार प्रशांत अस्पताल प्रबंधक, संध्या कुमारी बीसीएम, आनंद कुमार एसटीएस, सचिन कुमार पासवान आईसीटीसी, मो. राजा बाबू एसटीएलएस, जावेद अख्तर डाटा इंट्री आपरेटर, अमित कुमार सिंह डाटा इंट्री आपरेटर, सरोज कुमार सुमन डाटा इंट्री आपरेटर, परिचय कल्याण परामर्शी मंजू कुमारी एवं जीएनएम अर्चना कुमारी शामिल हैं. इस संबंध में सिविल सर्जन डॉ नरेश कुमार भीमसारिया ने कहा कि उपाधीक्षक द्वारा अस्पताल प्रबंधन कोई अभिरुचि नहीं ली जा रही है. अस्पताल के सफल संचालन के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाया जा रहा है. चिकित्सा पदाधिकारी एवं कर्मियों पर इनका कोई पकड़ नहीं है. इस प्रकार का कृत्य उपाधीक्षक के कार्य प्रणाली पर प्रश्न लगाता है. उन्होंने कहां की स्पष्टीकरण प्राप्त प्राप्त होने तथा उचित निर्णय लिए जाने तक उपाधीक्षक सहित सभी चिकित्सा पदाधिकारियों एवं कर्मियों का वेतन अवरुद्ध किया गया है.

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