बीज और खाद की किसानों के मांग के अनुसार आपूर्ति
खेत खाली होते ही किसान खेत को तैयार कर उसमें गेहूं की बुआई में जुट गये हैं.
1200 एमटी डीएपी, 2300 एमटी एनपीके एवं 10 हजार एमटी यूरिया उपलब्ध मधुबनी . गेहूं की बुआई में तेजी आ गयी है. जैसे जैसे धान की कटनी हो रही है, खेत खाली होते ही किसान खेत को तैयार कर उसमें गेहूं की बुआई में जुट गये हैं. जिला कृषि विभाग से मिली जानकारी के अनुसार किसानों को समय से खाद बीज मुहैया कराने के लिये महकमा जुटा है. प्रखंडों में बीज वितरण में बीआरबीएन के विक्रेता व डीलर सुबह से शाम तक लगे हैं. वहीं इस साल किसानों को खाद की कोइ परेशानी नहीं हो, इस दिशा में भी व्यापक रूप से पहल किया जा रहा है. जिला कृषि पदाधिकारी ने कहा है कि इस साल किसानों को यूरिया की कमी नहीं होने दी जायेगी. निर्धारित दर पर किसानों को यूरिया मिलेगा. वर्तमान में करीब दस हजार एमटी यूरिया का स्टॉक उपलब्ब है. इसी प्रकार डीएपी खाद करीब 1200 एमटी उपलब्ध है, जबकि 1200 एमटी का एक रैक एक से दो दिन में और आने वाला है. वहीं एनपीके 2300 एमटी उपलब्ध है. जिला कृषि पदाधिकारी ललन कुमार चौधरी ने बताया है कि किसानों को डीएपी की जगह मिक्सचर खाद का उपयोग करना चाहिये. मिक्सचर खाद काफी लाभदायक है. किसानों को यह जानकारी होनी चाहिये कि एनपीके खाद में कई अन्य खाद भी मिले होते हैं जो फसलों को काफी फायदा पहुंचाता है. जिला कृषि पदाधिकारी ने बताया है कि बीआरबीएन से करीब दस हजार क्विंटल गेहूं का बीज आवंटन जिला को हो चुका है. जिसका वितरण तेजी से हो रहा है. करीब 70 फीसदी बीज का वितरण प्रखंडों में लक्ष्य के अनुरूप किया जा रहा है. कई प्रखंडों में इस साल लक्ष्य से अधिक गेहूं की खेती हो रही है. वहां के किसानों के लिए विशेष तौर पर अतिरिक्त बीज आपूर्ति किये जाने के दिशा में पहल किया रहा है. इसके साथ ही करीब तीन हजार क्विंटल बीज और देने की मांग बीआरबीएन से किया गया है.
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