Madhubani News. जेहने किशोरी मोरी, तेहने किशोर हे…
पड़ोसी देश नेपाल के जनकपुर धाम में अवस्थित विश्वप्रसिद्ध जानकी मंदिर परिसर में प्रभु श्रीराम-जानकी जी की विवाह महामहोत्सव शुक्रवार की देर शाम मिथिला रीति रिवाजों के साथ मांगलिक गीतों के बीच सम्पन्न हुआ.
Madhubani News. हरलाखी/बासोपट्टी. पड़ोसी देश नेपाल के जनकपुर धाम में अवस्थित विश्वप्रसिद्ध जानकी मंदिर परिसर में प्रभु श्रीराम-जानकी जी की विवाह महामहोत्सव शुक्रवार की देर शाम मिथिला रीति रिवाजों के साथ मांगलिक गीतों के बीच सम्पन्न हुआ. जिसका गवाह देश विदेश से पहुंचे साधु महात्मा सहित 10 लाख से अधिक लोग बनें. इस अवसर पर मंगल आजु जनकपुर घर-घर मंगल हे.. आहे मंगल दुलहा दुल्हिन..,चलु सखी हिल मिल जनक के आंगन, दूल्हा बनल श्रीराम हे……आदि वैवाहिक अवसरों पर प्रचलित मैथिली लोकगीतों से जनकपुर नगरी गूंजायमान रहा. रंगभूमि मैदान में सियाराम जी की डोला को लगाए गए सात फेरे दोपहर करीब दो बजे श्रीराम मंदिर से भगवान श्रीराम व जानकी मंदिर से मां जानकी की डोली गाजेबाजे के साथ बारहबीघा मैदान के लिए निकली. डोली के पीछे हजारों की संख्या में साधु महात्मा व श्रद्धालुओं चल रहे थे. इस दौरान रास्ते में मकानों की छत से किशोरी जी की डोली पर श्रद्धालुओं ने पुष्पवर्षा की. उधर भगवान का डोला बारहबीघा मैदान पहुंचते ही जय श्रीराम जय किशोरी जी की उद्घोष से महौल भक्तिमय हो गया. हर तरफ जय श्रीराम जय जानकी जी की जयकारे लग रहे थे. इससे पूर्व जनकपुरधाम सहित गांव-गांव से राम-सीता की दर्जनों झांकियां बारहबीघा मैदान पहुंच भगवान की डोली की प्रतीक्षा कर रहे थे. इस दौरान जय श्रीराम जय किशोरी जी की उद्घोष से रंगभूमि मैदान गूंजायमान हो रहा था. इसी बीच किशोरी जी एवं प्रभु श्रीराम की डोली रंगभूमि मैदान पहुंची. जहां कड़ी सुरक्षा के बीच भगवान श्रीराम व मां जानकी की डोली को साधु-संतों, कमेटियों व बारातियों ने सात फेरे दिलाए. फिर सात फेरे के बाद श्रीराम व मां जानकी के डोली की नगर परिक्रमा हुई. उसके बाद भगवान की डोली के साथ जानकी मंदिर के महंत राम तपेश्वर दास वैष्णव, उत्तराधिकारी कनिष्ठ महंत राम रोशन दास वैष्णव, विश्व हिंदू महासभा नेपाल के वरिष्ठ उपाध्यक्ष चन्द्र भूषण बाबा, मेयर प्रमुख मनोज साह, समेत रथ के पीछे हजारों श्रद्धालु चल रहे थे. जानकी मंदिर परिसर में सुसज्जित मंडप में हुआ विवाहोत्सव भगवान श्रीराम व सीता माता जी की विवाह मांगलिक गीतों के साथ जानकी मंदिर के प्रांगण में बनें सुसज्जित विवाह मंडप में मैथिली विधि-विधान के साथ संपन्न हुआ. इससे पहले भगवान राम व जानकी जी ने एक दूसरे के गला में फूलमाला डालकर स्वयंवर का रस्म पूरी की. स्वयंवर के समय बराती और सराती पक्ष की ओर से हंसी-मजाक व रंग-अबीर का दौर भी चला. उसके बाद वैवाहिक रस्मों का शुभारंभ हुआ. इस अवसर पर अयोध्या से बारात के रुप में पहुंचे सैकड़ों साधु महात्माओं को वधु पक्ष की ओर से जानकी मंदिर के महंथ रामतपेश्वर दास वैष्णव व कनिष्क महंत राम रोशन दास वैष्णव ने मिथिला परंपरा के अनुसार पाग, फूलमाला व अंगवस्त्र से भव्य स्वागत किया. उसके बाद विवाह का रस्म शुरु हुई. जनकपुर की महिलाएं पारंपरिक मंगल गीत गाते हुए महोत्सव में चार चांद लगा रही थी. वहीं जयपुर से आए रामलीला की कलाकारों ने श्रीराम- जानकी समेत अन्य भूमिका में अपने मनमोहक दृश्य दिखाकर लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया. मंगल गीतों से गुंजायमान रहा जनकपुर मंगल आजु जनकपुर घर- घर मंगल हे…. मिथिला के नतवा से बढ़ी गेलै शान हे…. जेहन किशोरी मोरी, तेहने किशोर हे ” विधना लगाओल जोड़ी केहन बेजोर हे…एहन सुंदर मिथिला धाम दोसर पायब कोने ठाम, दुलहा दुल्हिन सीताराम जनकपुर में… आदि मंगल गीतों से पूरी रात जानकी मंदिर परिसर गुंजायमान हो रहे थे. मिथिलानियों के द्वारा गाए जा रहे इन पारंपरिक गीतों को सुन सभी आनंदित हो रहे थे. बीच-बीच में जय श्रीराम जय किशोरी जी के जयघोष से जनकपुर धाम गूंजायमान हो रहे थे. अयोध्या से आए बराती का स्वागत जानकी मंदिर से किशोरी जी की डोली निकलने से पहले नेपाली सेना ने शाही धुन बजाकर माता जानकी का आह्वान किया. जहां साधु संत महंत समेत महिलाएं भी नाचते झूमते रहे. उसके बाद जानकी मंदिर के उत्तराधिकारी महंत ने अयोध्या से आए बाराती, साधु महात्माओं समेत सभी अतिथियों को अंगवस्त्र देकर स्वागत किया. आज है भगवान का राम कलेवा जानकी मंदिर के कनिष्ठ महंत ने बताया कि आज शनिवार को दिन के एक बजे जानकी मंदिर परिसर में भगवान का राम कलेवा (मर्यादी) रस्म को पूरी करने के बाद अयोध्या की बाराती को विदाई देकर सात दिवसीय विवाह पंचमी महामहोत्सव सम्पन्न हो जाएगा.
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