Madhubani News. अभी और सतायेगी ठंड, तेज पछिया हवा से बढ़ी कनकनी

अभी और सतायेगी ठंड. पूसा समस्तीपुर के मौसम वैज्ञानिक के पूर्वानुमान के अनुसार अगले 15 जनवरी तक ठंड का कहर जारी रहेगा.

By Prabhat Khabar News Desk | January 7, 2025 10:26 PM

Madhubani News. मधुबनी. अभी और सतायेगी ठंड. पूसा समस्तीपुर के मौसम वैज्ञानिक के पूर्वानुमान के अनुसार अगले 15 जनवरी तक ठंड का कहर जारी रहेगा. आकाश में बादल छाये रहने के साथ घना कोहरा छाया रहेगा. साथ ही पछिया हवा चलने से वातावरण में कनकनी रहेगी. कड़ाके की पड़ रही ठंड के कारण मंगलवार को आमजनजीवन अस्तव्यस्त रहा. 18 किलोमीटर की रफ्तार से चल रही पछिया हवा के कारण वातावरण में कनकनी बढ़ गयी है. जिससे लोग परेशान होते दिखे. दिनभर घना कोहरा छाये रहने व पारा लुढ़कने के कारण अधिकतम तापमान 21 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड की गयी. वहीं न्यूनतम तापमान 11 डिग्री सेल्सियस दर्ज की गयी. सुबह में घना कोहरा व बादल छाये रहने के कारण लोग देर तक रजाई व कंबल में दुबके रहे. मॉर्निग वाक करने वाले लोग भी देर से बिस्तर छोड़ते दिखे. जिसके कारण सड़कें वीरान दिखी. ठंड बढ़ने के कारण जिला मुख्यालय सहित ग्रामीण क्षेत्र के बाजारों में गर्म कपड़े की मांग काफी बढ़ गयी है. लोग ठंड से बचने के लिए गर्म कपड़े की जमकर खरीदारी करते दिख रहे हैं. वाहनों की रफ्तार पर लगा ब्रेक दिनभर घना कोहरा छाये रहने के कारण वाहनों की रफ्तार पर ब्रेक लग गया है. घने कोहरे के कारण सड़कों पर वाहनें रेंगती दिखी. वाहन चालक हर वक्त दुर्घटना की आशंका से सहमे दिखे. आकाश में घना कोहरा छाये रहने के कारण विजिबिलिटी भी काफी कम हो गयी है. जो वाहन चालकों के लिए परेशानी का सबब बन रही है. अलाव का सहारा ले रहे लोग भीषण ठंड की कहर से बचने के लिए लोग जगह -जगह अलाव का सहारा लेते दिख रहे हैं. जिला प्रशासन की ओर से भी अलाव की व्यवस्था की गयी है. ताकि आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के लोगों को ठंड से राहत मिल सके. वहीं लोग निजी स्तर पर से भी अलाव की व्यवस्था कर ठंड से राहत पाने की जद्दोजहद में जुटे हुए हैं. दैनिक मजदूरों के रोजगार पर दिख रहा असर हाड़कंपा देने वाली ठंड का असर सबसे अधिक दैनिक मजदूरों व कामगारों के रोजगार पर दिख रहा है. उन्हें काम नहीं मिल रहा है. जिसके कारण दैनिक मजदूरों व कामगारों को अपने परिवार का भरण-पोषण करने में परेशानी हो रही है. विदित हो कि जिले में तकरीबन मनरेगा से जुड़े मजदूरों की संख्या 11 लाख से अधिक है. जिनके रोजगार पर ठंड का कहर स्पष्ट रूप से दिख रहा है. वे काम की तलाश में इधर-उधर भटकते दिख रहे हैं.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

Next Article

Exit mobile version