हाफ पैंट, चेहरे पर गमछा बांधे आये थे अपराधी, मैथिली में कर रहे थे बातचीत
भैरवस्थान थाना क्षेत्र के खैरा हाई स्कूल चौक के विनोद पंजियार के कपड़ा व रेडिमेड दुकान एवं घर हुए डाकेजनी से लोग स्तब्ध हैं. डकैतों ने करीब आधे घंटे तक लूटपाट किया.
झंझारपुर. भैरवस्थान थाना क्षेत्र के खैरा हाई स्कूल चौक के विनोद पंजियार के कपड़ा व रेडिमेड दुकान एवं घर हुए डाकेजनी से लोग स्तब्ध हैं. डकैतों ने करीब आधे घंटे तक लूटपाट किया. पुलिस तहकीकात में जुटी हुई है. लेकिन अपराधियों तक पहुंचने में कामयाब नहीं हो पायी है. वैसे पुलिस का दावा है कि टेक्निकल टीम की मदद से जल्द अपराधी तक पहुंच जाएगी. इस दौरान अपराधियों ने पूरी तरह दहशत फैला दिया. गृह स्वामी एवं उनकी पत्नी को पहले लोहे की रॉड से पीटा, फिर पिस्टल के नोक पर बंधक बना लिया. मैथिली में कर रहे थे बातचीत गृह स्वामी ने बताया है कि डकैती करने आये अपराधियों की संख्या करीब दस थी. वे सब आपस में मैथिली भाषा में बातें कर रहे थे. सभी ने अपने चेहरे को गमछा से ढंक लिया था और अपने- अपने चप्पल को गमछा से कमर व पीठ पर बांध कर रखा था. आवाज आने पर उठे गृहस्वामी अपराधी सबसे पहले मुख्य गेट का ताला तोड़ा. उसके बाद लकड़ी से बने दरवाजे को भी अजीब तरीके से तोड़कर हॉल में प्रवेश किया. जब गृहस्वामी को गेट पर धक्के की आवाज आई तो वह अपने कमरे का गेट खोलकर देखा. तब तक अपराधी अंधेरे का फायदा उठाकर उसी हॉल में छिप गए. फिर जब दूसरी बार भी एक कमरे के गेट को तोड़ने का आवाज आयी तो फिर गृहस्वामी गेट खोलकर बाहर निकले. गेट खोलते ही 8 से 10 अपराधी में से 3 अपराधी दोनों पति-पत्नी को पकड़ लिया एवं छोटे से रॉड से पिटाई करनी शुरू कर दी. उसके बाद दो अपराधी जिनके पास दो पिस्टल मौजूद थे, पति-पत्नी के कान पर सटा दिया गया. पिस्टल सटाते ही अन्य अपराधी गृह स्वामी विनोद पंजियार के गले से सोने का चैन एवं हाथ से अंगूठी छीन लिया. उनकी पत्नी आशा देवी के गले से मंगलसूत्र व सोने का हार भी छीन लिया गया. एक-एक कर आलमारी व गोदरेज को तोड़ा घर के हॉल के बगल में बने कमरे में प्रवेश कर दो गोदरेज को तोड़ दिया गया. पश्चिम साइड के कमरे में रखे गोदरेज को तोड़कर उसमें रखे सोने का हार, कान का बलिया, हाथ के कंगन, दो झुमका, चार अंगूठी, नथिया, टीका एक और सोने का चैन सहित 10 से 12 भारी के सोने का आभूषण को लूट लिया गया. इसके अलावा गोदरेज में रखे करीब बारह लाख रुपये कैश भी ले लिया. दुकान के गेट तोड़कर उसका गल्ला तोड़ दिया. दुकान के गल्ले में रखा पैसा भी लूट लिया. गृह स्वामी विनोद पंजियार ने कहा कि वह रात में परिवार के साथ सोये हुए थे. उनकी दो बच्ची अंजना एवं वैष्णवी अपने ननिहाल जयनगर स्थित जोगिया गांव गई हुई थी. कहा कि गर्मी छुट्टी के कारण यह लोग अपने नाना नानी के पास गए थे. गृह स्वामी ने बताया कि सभी डकैत अपने चप्पल पीछे एवं कमर में बांधकर रखा हुआ था. साथ ही यह लोग मैथिली भाषा में बोलचाल कर रहे थे. हाफ पैंट टी-शर्ट में यह लोग अपने मुंह को गमछा व मास्क से ढंक लिया था. जिसके कारण लोगों को पहचान नहीं पाए. गृह स्वामी ने बताया कि इन लोगों की उम्र लगभग 40 से 45 के बीच होगी. घटना करीब 12 से 12:30 बजे के बीच में घटित हुई थी. 1:30 बजे के करीब पुलिस को सूचना दी गई. सूचना मिलते ही आधे घंटे में पुलिस पहुंच कर तहकीकत की. लेकिन कोई भी सुराग अभी तक नहीं मिला है. पुलिस सीसीटीवी खंगाल रही है. जिसमें अपराधी डकैती कर घर से पूर्व की तरफ से निकलकर दक्षिण की ओर भाग. इन लोगों ने बताया कि सीसीटीवी में दक्षिण की ओर बगल में एक लकड़ी का मचान बना हुआ था. उसी से लकड़ी का पट्ठा निकाला था. 8 से 10 लोग घर के अंदर में थे. लेकिन तीन-चार लोग ही उनको घेरे हुए था. अन्य लोग गोदरेज एवं अन्य सामान की लूटपाट की. पलंग के साथ तोड़फोड़ भी की. 2007 में खैरा चौक पर बनाया था दुकान विनोद पंजियार ने बताया कि उनके पैतृक घर गांव के वार्ड 13 में पड़ता है. लेकिन 2007 में बिजनेस को लेकर खैरा चौक वार्ड 15 पर अपना दुकान बनाया. यहीं पर रहने की भी व्यवस्था धीरे-धीरे कर ली और रेडीमेड कपड़ा दुकान के अलावा चप्पल एवं अलमीरा की भी दुकान साथ-साथ चल रहे थे. उन्होंने कहा कि सिर्फ रेडीमेड की बिक्री ज्यादा नहीं होने के कारण अन्य सामान को भी रेडीमेड दुकान के साथ बेचने लगे थे. डीएसपी पवन कुमार ने कहा कि थानाध्यक्ष सुनील कुमार झा के द्वारा अलग-अलग पहलू पर जांच की जा रही है. पुलिस तकनीकी स्तर से भी छानबीन में जुटी है. जरुरत पड़ने पर एसएफएल की टीम को भी बुलाया जाएगा. साथ ही डॉग स्क्वायड को भी बुलाया जाएगा. गांव में पहले भी हो चुकी है डकैती स्थानीय लोगों में रामनारायण महतो, दामाद राज कपूर एवं विनोद पंजियार के भाई सत्यनारायण पंजियार अशोक पंजिया, प्रमोद पंजीयन ने बताया कि इससे पहले 1988 एवं 89 में इस गांव में डकैती की घटना को अंजाम दिया गया था. 1988 में राम जी शाह के घर पर एवं 1989 में रामचंद्र महतो के घर पर डकैती हुइ थी. हालांकि बाद में पुलिस के द्वारा इसमें संलिप्त अपराधियों को पकड़ लिया गया था. उन्होंने कहा कि इस चौक पर 20 से 25 बड़ी दुकान है. जबकि टोटल मिलाकर 70 छोटी-मोटी दुकान है. हर दो तीन दिन पर समय गुमटी को तोड़ा जाता है. जिसकी शिकायत पुलिस से की भी नहीं जाती है. छोटी-मोटी चोरी होने के कारण इसकी शिकायत नहीं हो पाती है. ग्रामीणों का आरोप था की गश्ती पुलिस भी प्रतिदिन इस चौक पर नहीं पहुंचती है.
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