कोरोना वायरस को लेकर स्वास्थ्य विभाग का अलर्ट

कोरोना वायरस को लेकर स्वास्थ्य विभाग अलर्ट पर है. इस बीच सीमावर्ती प्रखंडों के 13 इंट्री प्वाइंट पर 30 जनवरी से 3 मार्च तक नेपाल से आने वाले 24 हजार 406 यात्रियों का स्क्रींनिग मेडिकल कैंप द्वारा किया गया है.

By Shaurya Punj | March 5, 2020 12:41 AM

मधुबनी : कोरोना वायरस को लेकर स्वास्थ्य विभाग अलर्ट पर है. इस बीच सीमावर्ती प्रखंडों के 13 इंट्री प्वाइंट पर 30 जनवरी से 3 मार्च तक नेपाल से आने वाले 24 हजार 406 यात्रियों का स्क्रींनिग मेडिकल कैंप द्वारा किया गया है.

जिसमें नेपाल से आने वाले एक भी यात्री संदिग्ध नहीं पाया गया है. वहीं फरवरी माह में चीन के विभिन्न प्रांतों से आये 7 यात्रियों को आइडीएसपी कार्यालय के निगरानी में 14 दिनों तक होम आइसोलेशन में रखकर आइडीएसपी कार्यालय द्वारा नियमित रूप से फालोअप किया गया. सभी यात्रियों का 4 मार्च को 14 दिन पुरा होने पर किसी भी यात्री में कोरोना वायरस का लक्षण नहीं पाया गया.

विदित हो कि 30 जनवरी से जिला के नेपाल सीमा से लगे 7 प्रखंडों के 13 इंट्री प्वाइंट पर विभिन्न प्रखंडों द्वारा 257 ग्राम सभा का आयोजन करते हुए आम लोगों को कोरोना वायरस के लिए जागरूक किया गया. साथ ही 257 पीआरआइ सदस्यों सहित 2 हजार 237 स्वास्थ्य कर्मियों को भी जागरूक किया गया.

क्या है निर्देश : स्वास्थ्य विभाग द्वारा निर्देश दिया गया है कि विदेश से आने वाले कोई भी व्यक्ति को बुखार, सर्दी-खांसी, सांस लेने में तकलीफ की शिकायत है या नहीं है. दोनों परिस्थितियों में स्वास्थ्य विभाग को सूचित करने का निर्देश दिया गया है. स्वास्थ्य महकमा ने जिला के नेपाल सीमा से सटे सात प्रखंडों मधवापुर, हरलाखी, बासोपट्टी, जयनगर, लदनिया, खुटौना व लौकही के 13 इंट्री प्वाइंट पर तैनात मेडिकल टीम को सुबह 7 बजे से शाम 6 बजे तक तैनात रहने का निर्देश दिया है. सीएस डा. किशोर चंद्र चौधरी ने बताया कि मेडिकल टीम में एसएसबी का सहयोग लिया जा रहा है.

उन्होंने कहा कि विभाग द्वारा आइडीएसपी कार्यालय को 119 पर्सनल प्रोटेक्टीव इक्युपमेंट 119 पीस, एन 95 मास्क 100 पीसी व एक पीस इंफ्रारेज थर्मामीटर उपलब्ध कराया गया है. सीएस ने विदेश से आने वाले संदिग्ध नागरिकों से 1 से 2 मीटर की दुरी बनाकर उनसे बातचीत करने का निर्देश स्वास्थ्य कर्मियों को दिया है. साथ ही उनके परिजनों को सर्तक रहने के लिए जागरूक करने का निर्देश दिया है. उन्होंने कहा कि संदिग्ध मरीजों के लिए सदर अस्पताल में 6 बेड व जयनगर अनुमंडलीय अस्पताल में 2 बेड का आइसोलेशन वार्ड बनाया गया है. आइडी एसपी के इपिडेमियोलाजिस्ट अनिल चक्रवर्ती ने बताया कि विभाग द्वारा उपलब्ध कराये गये पीपीइ व एन95 मास्क को विभिन्न स्वास्थ्य संस्थानों को उपलब्ध कराया जायेगा.

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