पारा पहुंचा 40 के पार, भीषण गर्मी व हीट वेव की नहीं करें अनदेखी
मौसम के बदले मिजाज की असर से पारा 40 डिग्री सेल्सियस को छूने लगा है. इस कारण जनजीवन काफी प्रभावित हो रहा है.
मधुबनी. मौसम के बदले मिजाज की असर से पारा 40 डिग्री सेल्सियस को छूने लगा है. इस कारण जनजीवन काफी प्रभावित हो रहा है. जानकारों की मानें तो आने वाले दिनों में तापमान की तपिश और भी ज्यादा बढ़ने की आशंका है. अत्यधिक गर्मी व इससे उत्पन्न लू से आमजनों को स्वास्थ्य संबंधी गंभीर परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है. विशेषकर छोटे बच्चों, स्कूली बच्चों, बुजुर्ग, गर्भवती एवं धात्री माताओं व विभिन्न कार्य के लिए घर से बाहर निकलने वाले व्यक्तियों को स्वास्थ्य संबंधी काफी समस्याएं हो सकती है. इस मौसम में पेयजल संकट की स्थिति भी उत्पन्न होती है. इस संबंध में कार्यपालक निदेशक संजय कुमार सिंह ने सिविल सर्जन डॉ. नरेश कुमार भीमसारिया को भीषण गर्मी एवं लू से बचाव व इससे उत्पन्न विभिन्न प्रकार की स्वास्थ्य संबंधी बीमारियों के चिकित्सकीय उपचार एवं प्रबंधन के लिए आवश्यक दिशा निर्देश जारी किया है. जारी निर्देश में जिला के सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, रेफरल अस्पताल, अनुमंडलीय अस्पताल एवं सदर अस्पताल में भीषण गर्मी एवं लू से प्रभावित व्यक्तियों के अहर्निश रूप से समुचित चिकित्सीय उपचार एवं प्रबंधन के लिए विशेष कार्य योजना तैयार करने का निर्देश सीएस को दिया है. सभी सरकारी अस्पतालों में एंटी डायरियल मेडिसिन, आइबी फ्लूड ओआरएस एवं इससे संबंधित अन्य आवश्यक औषधियों व मेडिकल डिवाइस एवं कंज्यूमेबल्स की पर्याप्त मात्रा में उपलब्धता सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है. लू से प्रभावित व्यक्तियों का हर्ट रेट, रिस्पायरेट्री रेट, ब्लड प्रेशर, रेक्टल टेंपरेचर एवं मेंटल स्टेट का लगातार निगरानी करने का निर्देश दिया है. लू से ग्रसित गंभीर मरीजों का कंपलीट ब्लड काउंट, इलेक्ट्रोलाइ, ईसीजी, अदर मेटाबॉलिक एब्नार्मेलिटीज, लिवर फंक्शन टेस्ट एवं किडनी फंक्शन टेस्ट कराने की व्यवस्था सुनिश्चित करने का भी निर्देश दिया है. सभी सरकारी अस्पतालों में भीषण गर्मी एवं लू के चिकित्सकीय प्रबंधन के लिए डेडीकेटेड वार्ड में समुचित संख्या में बेड की व्यवस्था करने का निर्देश दिया है. डेडीकेटेड वार्ड में 24 घंटे चिकित्सकों एवं पारा चिकित्सा कर्मियों का रोस्टर संधारित करते हुए प्रतिनियुक्ति करने का निर्देश दिया है. भीषण गर्मी एवं लू के मद्देनजर सभी एंबुलेंस में एयर कंडीशन की क्रियाशीलता ऑक्सीजन एवं आवश्यक उपकरणों की व्यवस्था की समीक्षा करने का निर्देश सिविल सर्जन को दिया है. साथ ही एंबुलेंस को 24 घंटे अलर्ट मोड में रखने का भी निर्देश दिया है. सदर अस्पताल एवं अनुमंडलीय अस्पताल सहित जिला के प्रभावित क्षेत्रों के निकटतम सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों में रोस्टर संधारित कर अतिरिक्त चिकित्सकों एवं पारा मेडिकल स्टाफ की 24 घंटे तैनाती, आवश्यक औषधियों एवं चिकित्सकीय उपकरणों की उपलब्धता सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है. इसके अतिरिक्त जिले के सभी स्वास्थ्य संस्थानों में विशेष चिकित्सकों को ऑन कॉल ड्यूटी पर 24 घंटे उपलब्ध रहने का निर्देश दिया है. ताकि आकस्मिक परिस्थिति में सूचित किए जाने पर वे शीघ्र संबंधित अस्पताल में उपस्थित होकर मरीज की देखभाल कर सकें. ईडी के निर्देश के आलोक में सिविल सर्जन डॉ. नरेश कुमार भीमसारिया ने अधीक्षक सदर अस्पताल, अस्पताल प्रबंधक, उपाधीक्षक अनुमंडलीय अस्पताल, सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, प्रखंड स्वास्थ्य प्रबंधक को भीषण गर्मी एवं लू से बचाव के लिए अपने अपने संस्थानों में आवश्यक दवाओं सहित सभी प्रकार की जांच, वार्ड में पंखा कूलर एसी की व्यवस्था सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है. ताकि किसी भी विकट परिस्थिति में आम जनों को बेहतर चिकित्सकीय सुविधा उपलब्ध कराया जा सके.