ट्राॅमा सेंटर में चिकित्सक व स्वास्थ्यकर्मियों का है अभाव

अररिया संग्राम स्थित ट्राॅमा सेंटर में चिकित्सकों एवं स्वास्थ्य कर्मियों का अभाव है.

By Prabhat Khabar News Desk | January 30, 2025 10:56 PM

मधुबनी

. अररिया संग्राम स्थित ट्राॅमा सेंटर में चिकित्सकों एवं स्वास्थ्य कर्मियों का अभाव है. ऐसे में इस ट्राॅमा सेंटर का संचालन महज कागजों पर ही सिमट कर रह गया है. वर्तमान में ट्राॅमा सेंटर में महज एक चिकित्सक व एक लिपिक ही कार्यरत हैं. मामले का खुलासा बीते बुधवार को सिविल सर्जन डाॅ हरेंद्र कुमार के निरीक्षण के बाद हुआ. इस संबंध में सिविल सर्जन ने प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को गैप एसेसमेंट कर प्रतिवेदन उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है, ताकि बैकलिंक व्यवस्था के तहत चिकित्सक, जीएनएम, लैवटेक्निशियन को प्रतिनियुक्त कर ट्राॅमा सेंटर को संचालित किया जा सके.

73 के एवज में दो कार्यरत

जिले में रोड एक्सीडेंट में घायल लोगों को तत्काल बेहतर चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने के लिए अररिया संग्राम स्थित राष्ट्रीय राजमार्ग 57 पर स्वास्थ्य विभाग द्वारा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सह ट्रॉमा सेंटर का निर्माण वर्ष 2010-12 में किया गया था. लंबे समय तक विभागीय उपेक्षा का दंश झेल रहा ट्रॉमा सेंटर में कुछ समय के लिए चिकित्सकों सहित स्टाफ नर्स की प्रतिनियुक्ति की गई. उद्देश्य था कि सातों दिन 24 घंटे मरीजों, विशेष रूप से सड़क दुर्घटना में घायल मरीजों का तत्काल इलाज किया जाएगा. इसके लिए ट्रॉमा सेंटर को सभी सुविधाओं से लैस किया जा रहा है. ताकि किसी भी घायल मरीजों को हर प्रकार की चिकित्सकीय सुविधा तत्काल उपलब्ध कराई जा सके. लेकिन स्वास्थ्य विभाग इस व्यवस्था को अधिक दिनों तक कायम रखने में असफल रहा. विदित हो कि ट्राॅमा सेंटर में चिकित्सकों सहित स्वास्थ्य कर्मियों का 73 पद स्वीकृत हैं. वर्तमान में 1 चिकित्सक तथा 1 लिपिक कार्यरत हैं. ट्राॅमा सेंटर में जेनरल सर्जन विशेषज्ञ चिकित्सक -2, ऑर्थोपेडिक सर्जन विशेषज्ञ चिकित्सक -2, मूर्च्छक विशेषज्ञ चिकित्सक -2, आकस्मिक चिकित्सा पदाधिकारी का 6 सहित 12 पद स्वीकृत हैं. स्टाफ नर्स ए ग्रेड- 25, रेडियोग्राफर – 4, ओटी टेक्नीशियन – 5, लैब टेक्नीशियन ट्रेड 2, निम्न वर्गीय लिपिक -12 एवं नर्सिंग अटेंडेंट, वार्ड बॉय, नर्सिंग ऑर्डरली, स्वास्थ्य सेवक सहित कक्ष सेवक का 13 पद स्वीकृत है. इस 73 के एवज में वर्तमान में एक चिकित्सक एवं 1 लिपिक कार्यरत हैं.

पीएचसी अंधराठाढ़ी में शुरू होगा सिजेरियन

बुधवार को सिविल सर्जन डा. हरेंद्र कुमार ने रेफरल अस्पताल अंधराठाढ़ी का भी औचक निरीक्षण किया. इसी क्रम में अस्पताल में भर्ती मरीजों को पथ्य आहार नहीं देने का मामला सामने आया. सीएस ने प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को संबंधित एजेंसी से पत्राचार कर अस्पताल में भर्ती मरीजों को पथ्य आहार उपलब्ध कराने का निर्देश दिया. वहीं सी-सेक्शन शुरू करने के लिए ब्लड बैंक खोलने के लिए पत्राचार करने का निर्देश प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को दिया. ताकि शीघ्र सी-सेक्शन शुरू किया जा सके. विदित हो कि अंधराठाढ़ी में सर्जन एवं एनेस्थेटिक पदस्थापित हैं. ब्लड बैंक नहीं रहने के कारण सी सेक्शन हीं हो पा रहा है.

क्या कहते हैं अधिकारी

सिविल सर्जन डॉ हरेंद्र कुमार ने कहा कि ट्राॅमा सेंटर को आधुनिक सुविधाओं से लैस किया जा रहा है. ट्रॉमा सेंटर में सातों दिन 24 घंटे के तहत एंबुलेंस सेवा भी उपलब्ध कराया गया है, ताकि गंभीर रूप से घायल मरीज को प्राथमिक उपचार के बाद विशेष सुविधा के लिए उच्च संस्थानों में रेफर किया जा सके. उन्होंने कहा कि इस संबंध में जिला स्वास्थ्य समिति को निर्देशित किया गया है, कि ट्राॅमा सेंटर में हर सुविधा मुहैया कराई जाए. ताकि किसी भी मरीज को किसी तरह की कोई परेशानी नहीं हो. उन्होंने कहा कि ट्रॉमा सेंटर में पर्याप्त मात्रा में चिकित्सकों एवं स्वास्थ्य कर्मियों को प्रतिनियुक्ति किया जाएगा. सीएस ने कहा कि जिला मलेरिया पदाधिकारी डा. डीएस सिंह को ट्राॅमा सेंटर के मानिटरिंग करने का निर्देश दिया गया है. डीएमओ को ट्राॅमा सेन्टर के प्रतिदिन की रिपोर्ट उपलब्ध कराने का भी निर्देश दिया गया है. ताकि चिकित्सकों एवं कर्मियों की प्रतिदिन की उपस्थिति पर नजर रखी जा सके.

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