मधुबनी. युवाओं में तंबाकू उत्पादों के सेवन की प्रवृत्ति बढ़ती जा रही है. आलम यह है कि तंबाकू उत्पादों के सेवन में लड़कों से आगे लड़कियां हैं. आंकड़े पर गौर करें तो तंबाकू उत्पादों के सेवन में 6.6 प्रतिशत लड़के व 8.0 प्रतिशत लड़कियां शामिल हैं. ग्रामीण क्षेत्रों की बात करें या शहर की युवा तेजी से तंबाकू उत्पाद की लत के शिकार हो रहे हैं. युवाओं में बढ़ रहे इस लत को लेकर स्वास्थ्य महकमा चिंतित है. सिविल सर्जन डॉ. नरेश कुमार भीमसारिया ने कहा कि एक अभियान चलाकर स्कूल एवं कॉलेज जाने वाले छात्र-छात्राओं को तंबाकू उत्पाद का सेवन नहीं करने के लिए जागरूक किया जाएगा. उन्होंने कहा कि स्वास्थ विभाग ने सभी सरकारी परिसर एवं स्वास्थ्य संस्थानों में तंबाकू मुक्त परिसर का बोर्ड, होर्डिंग एवं साइनेज लगाया गया है. वहीं प्रमुख सार्वजनिक स्थानों पर तंबाकू मुक्त परिसर का बोर्ड एवं साइनेज लगाया गया है. सीएस ने कहा कि सभी को एकजुट होकर इसके लिए प्रयास करने की आवश्यकता है. ताकि समाज को तंबाकू से दूरी बनाने के लिए प्रेरित किया जा सके. 2017 में जिला हो चुका है तंबाकू मुक्त घोषित जिले को वर्ष 2017 में तंबाकू मुक्त घोषित किया जा चुका है. सीड्स के कार्यक्रम पदाधिकारी मनोज कुमार झा ने कहा है कि बिहार के सभी मंडलों में दरभंगा प्रमंडल सबसे पहले तंबाकू मुक्त घोषित हुआ. वहीं वर्ष 2016 में समस्तीपुर व 2017 में मधुबनी एवं दरभंगा जिला तंबाकू मुक्त घोषित किया गया. मुख कैंसर का प्रमुख कारण तंबाकू सिविल सर्जन ने कहा है कि सभी प्रकार के कैंसर में तंबाकू के सेवन से हो रहे कैंसर का हिस्सा 40 फीसदी एवं 90 प्रतिशत मुंह का कैंसर तंबाकू के प्रयोग से होता है. तंबाकू सेवन पर रोक लगाने एवं साथ ही तंबाकू से होने वाले कैंसर के बारे में वृहद पैमाने पर जन जागरूकता फैलाने की आवश्यकता है. तंबाकू का सबसे अधिक प्रभाव स्कूली बच्चों एवं युवाओं पर पड़ रहा है. 6.6 फ़ीसदी लड़के कर रहे तंबाकू का सेवन ग्लोबल यूथ टोबैको सर्वे के आंकड़े के अनुसार 7.3 प्रतिशत युवाओं तंबाकू उत्पाद का प्रयोग कर रहा है. बता दें कि वर्ष 2019 में ग्लोबल टोबैको सर्वे द्वारा राज्य के सभी जिले में सर्वे किया गया था. इसे 2021 में जारी किया गया था. सर्वे के अनुसार 7.3 प्रतिशत छात्रों द्वारा तंबाकू उत्पाद प्रयोग करने की बात सामने आई है. इसमें 6.6 प्रतिशत लड़के और 8.0 प्रतिशत लड़कियां तंबाकू उत्पाद का सेवन करती है. ग्लोबल यूथ टोबैको सर्वे -4 के आंकड़ों के अनुसार लोग 29 प्रतिशत घरों में, 20.9 प्रतिशत विद्यालयों में, 28.4 प्रतिशत दोस्तों के घरों में, 0.9 प्रतिशत विशेष उत्सवों पर, 2. 0 प्रतिशत सार्वजनिक स्थलों एवं 18.8 प्रतिशत अन्य स्थानों पर तम्बाकू उत्पादों का सेवन करते हैं.
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