आंधी-तूफान के कारण कई जगहों पर ट्रांसफाॅर्मर में आयी खराबी
आंधी-तूफान व बारिश के कारण गुरुवार को मुख्यालय के सभी 6 फीडरों की बिजली सात घंटे तक बाधित रही. गुरुवार की रात आए आंधी-तूफान के कारण शहर सहित ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली की समस्या से लोगों को दो-चार होना पड़ा.
मधुबनी . आंधी-तूफान व बारिश के कारण गुरुवार को मुख्यालय के सभी 6 फीडरों की बिजली सात घंटे तक बाधित रही. गुरुवार की रात आए आंधी-तूफान के कारण शहर सहित ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली की समस्या से लोगों को दो-चार होना पड़ा. इसके कारण ग्रामीण क्षेत्रों में शुक्रवार की सुबह बिजली चालू की गयी. बिजली विभाग से मिली जानकारी के अनुसार आंधी-तूफान व बारिश की वजह से शहर में कहीं तार टूटने की समस्या नहीं रही लेकिन कई जगहों पर ट्रांसफार्मर में खराबी आने से बिजली बाधित रही. विभाग के कार्यपालक अभियंता मो. अरमान ने कहा कि पूर्व में मेंटेनेंस के काम होने के कारण कहीं पर मेजर फॉल्ट नहीं हुआ. लेकिन बारिश होने की वजह से एक जगह इन्स्युलेटर पंक्चर हो गया. जबकि शहर के चार दर्जन से ज्यादा ट्रांसफॉर्मर में फ्यूज की समस्या होने के कारण बिजली चालू करने में समय लग गया. ग्रामीण क्षेत्रों में कई जगहों पर तेज आंधी के कारण तार टूटने की शिकायत हुई. बारिश के समय बिजली सही करने में होती है परेशानी बारिश के समय बिजली सही करने में बहुत ज्यादा परेशानी हो जाती है. मो अरमान ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में ज्यादातर फीडरों में रात में ही बिजली चालू कर दी गई. जितवारपुर, नंदनगर मुहल्ला, कलुआही में बिजली चालू करने में समय लग गया. कार्यपालक अभियंता ने कहा कि आंधी-तूफान के समय ग्रिड से भी बिजली की आपूर्ति बंद कर दी जाती है. अब सभी इलाके में सेपरेट लाइन दिया जाता है. इस वजह से जितने फीडर संचालित हैं उस फीडर के अनुसार बिजली दी जाती है. अगर फीडर में कोई फॉल्ट हो जाता है तो उस फीडर को बंद कर बाकी फीडरों में बिजली की आपूर्ति की जाती है. रात में चकदह फीडर में लाइन देने पर ट्रिप करने की शिकायत हो गयी. जिसके कारण उस फीडर में बिजली आपूर्ति बंद कर दी गयी. सुबह में फॉल्ट को सही कर बिजली चालू कर दिया गया. रात के समय में बिजली ठीक करने में विभाग के पास मिस्त्री की संख्या कम रहने के कारण भी परेशानी हो रही है. अगर एक ही समय में कई जगहों पर फॉल्ट हो जाता है तो उसको सही करने में समय लग जाता है. शहर के सभी छह फीडरों में बिजली की आपूर्ति बारिश व तूफान खत्म होते ही एक साथ चालू कर दिया गया.