Crime News. मधुबनी. नगर निगम के वार्ड नंबर 32 में नाला निर्माण के लिए खोदे गये गड्ढे में जमे पानी में गिरने से दो बच्चे गंभीर रुप से बीमार हो गये. इसमें एक बच्चे की मौत हो गयी है. एक बच्चे का इलाज स्थानीय मेडिकल कॉलेज में किया गया. घटना बीते 12 अक्तूबर की है. इस मामले में अब तक थाने में आवेदन नहीं दिया गया है. मुहल्ले के लोगों व परिजन ने बताया कि बच्चे का पोस्टमार्टम होने की आशंका के कारण आवेदन नहीं दिया गया. बच्चे की मां चांदनी के अनुसार 12 अक्तूबर को अजमत व हैदर खेलते – खेलते घर के आगे नाले के लिए खुदे गड्ढे में गिर गये. बच्चे के परिजन तुरंत बालक को बचाने की कोशिश की. उसे नाले से बाहर निकाला. इस दौरान बच्चा नाला का गंदा पानी पी लिया. एक दिन बाद दोनों बच्चे गंभीर रुप से बीमार पड़ गये. इसके बाद उनको उल्टी होने लगी. दोनों को सदर अस्पताल में भर्ती किया गया. सुधार नहीं होने पर मेडिकल कॉलेज जाने के दौरान 15 अक्तूबर को अजमत की मौत हो गयी. हैदर का इलाज चल रहा है. घटना से जहां बच्चे के परिवार शोक में है, वहीं मुहल्लावासी घटना से सदमे में हैं. खुदाई के पंद्रह दिन बाद भी नहीं हुआ नाला निर्माण शुरू नगर निगम के वार्ड नंबर 32 में 15 दिन पहले सिंहानिया चौक से स्टेडियम रोड होते हुए कैनाल तक नाली निर्माण के लिए खुदाई की गई. खुदाई कर वैसे ही छोड़ दिया. इससे उसमें गंदा पानी और अन्य कचरा जमा हो चुका है. मुहल्लावासियों के अनुसार इस नाले में कई लोग गिर चुके हैं. कई लोग घायल भी हो चुके हैं. संक्रमण और बीमारियों के फैलने का खतरा मंडरा रहा है. स्थानीय निवासी अब्दुल कलाम, जूलेखा, गरीब नजर, नसीमा, नासरा खातून ने कहा कि पंद्रह दिन के बाद भी नाला बनना नहीं शुरू होने से बड़ी परेशानी हो गयी है. जहां नाला के लिए बने गड्ढ़े में बच्चे गिर रहे हैं. वहीं गंदे पानी से होने वाली बीमारियों का डर बढ़ गया है. स्थानीय लोगों में लापरवाही को लेकर काफी आक्रोश है. लोगों को कहना है कि खुदाई के बाद सुरक्षा का कोई इंतजाम नहीं किया गया है. क्या कहते हैं थाना प्रभारी थाना प्रभारी ने बताया है कि अब तक इस प्रकार का कोई आवेदन नहीं आया है. आवेदन मिलने के बाद जांच की जायेगी.
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