Madhubani News. उच्चैठ कालिदास महोत्सव के आयोजन की शुरुआत
नगर पंचायत के उच्चैठ स्थित कालिदास विद्यापति विज्ञान महाविद्यालय परिसर में दो दिवसीय उच्चैठ कालिदास राजकीय महोत्सव का भव्य आयोजन किया गया.
Madhubani News. बेनीपट्टी . बेनीपट्टी नगर पंचायत के उच्चैठ स्थित कालिदास विद्यापति विज्ञान महाविद्यालय परिसर में दो दिवसीय उच्चैठ कालिदास राजकीय महोत्सव का भव्य आयोजन किया गया. शनिवार को पहले दिन के कार्यक्रम का पूर्व मंत्री सह विधायक विनोद नारायण झा, सचेतक सह हरलाखी विधायक सुधांशु शेखर, डीएम अरविंद कुमार वर्मा, जिला परिषद अध्यक्ष बिंदु गुलाब यादव सहित अन्य अतिथियों ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर उद्घाटन किया. उद्घाटन सत्र के बाद कलाकार निशिता कुमारी झा द्वारा गोसाउनिक जय जय भैरवी असुर भयावनी गाकर कार्यक्रम की शुरुआत की गई. उसके बाद मंचासीन सभी आगत अतिथियों को पाग दोपटा, मोमेंटो व पुष्पगुच्छ देकर सम्मानित किया गया. इसके बाद अतिथियों का स्वागत करतें हुए डीएम ने कहा कि यह जिला संस्कृतियों और कलाओं से भरा है़. खासकर यह उच्चैठ महाकवि कालिदास की जन्मभूमि रही है़. विभिन्न विद्वानों का कालिदास की जन्मभूमि से संबंधित भिन्न भिन्न मत रहा है़. लेकिन यहां के खतियान में कालिदास के नाम का इंट्री और कालिदास डीह का होना यह प्रमाणित करता है़ कि यही कालिदास का जन्मस्थली है. साथ ही मेरा भी मत रहा है़ कि कालिदास की जन्मस्थली उच्चैठ ही है़. विभिन्न विद्वनों के द्वारा कार्य स्थली उज्जैन व अन्य जगह होने की बात भी सामने आयी है़. वहीं बेनीपट्टी के विधायक विनोद नारायण झा ने भी उच्चैठ भगवती की महिमा और महाकवि विद्यापति और कालिदास के जीवनी पर प्रकाश डाला और अगली पीढ़ियों को महामूर्ख कलिया से महाकवि कालिदास बनने तक की कहानी की जानकारी देने की आवश्यकता जताई. उन्होंने यह भी कहा कि कवि कालिदास की तमाम रचनाएं उच्चैठ की धरती से ही लिखी गयी जो साबित करता है कि कालिदास की जन्मस्थली उच्चैठ ही रही है. विभिन्न विद्वानों के द्वारा कालिदास के जन्मस्थली को लेकर भिन्न भिन्न प्रकार के तर्क प्रस्तुत किये हैं. जिसमें किसी ने उच्चैठ तो किसी ने उज्जैन तो किसी ने कश्मीर होने की बात कही है, लेकिन तमाम साक्ष्यों से प्रमाणित होता है़ कि उनकी जन्मभूमि उच्चैठ ही है़ और समग्र भारत में इसे स्थापित करने की आवश्यकता है़, ताकि हम सभी भी अपने आप को गर्वान्वित महसूस कर सकें. विधायक ने यह भी कहा कि उच्चैठ को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने में यह कार्यक्रम मिल का पत्थर साबित होगा. जबकि हरलाखी विधायक सुधांशु शेखर ने कहा कि मिथिलांचल की धरती पर तमाम देवी देवताओं ने भी अवतरित होने का काम किया. यहां की धरती के मिठास में वह क्षमता रही है कि महामूर्ख कलिया भी उच्चैठ छिन्नमस्तिका भगवती की कृपा से महाकवि बन गये. जिप अध्यक्ष बिंदु गुलाब यादव ने कहा कि पर्यटन विभाग और जिला प्रशासन द्वारा यह भव्य आयोजन किया जा रहा है़. हमें इस स्थल से काफी कूछ प्रेरणा मिली है़ और हम चाहेंगे कि यहां एक गेस्ट हाउस का निर्माण कराया जाये, ताकि दुर्गापूजा सहित अन्य अवसरों पर दूरदराज से आने वालों श्रद्धालुओं को ठहरने में सहूलियत हो. कार्यक्रम को जिप उपाध्यक्ष संजय कुमार, डीडीसी दीपेश कुमार, डीपीआरओ परिमल कुमार, केवीएस कॉलेज के प्राचार्य आलोक कुमार पाठक सहित अन्य ने भी संबोधित किया. इसके बाद एसडीएम मनीषा, डीएसपी निशिकांत भारती, डीसीएलआर प्रशांत कुमार, बीडीओ महेश्वर पंडित द्वारा कार्यक्रम में शामिल अतिथियों का धन्यवाद ज्ञापन किया. वहीं कार्यक्रम के दूसरे सत्र में सांस्कृतिक कार्यक्रम शुरू किये जाने की तैयारी की जा रही थी.
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