झंझारपुर. शिक्षण संवर्धन को लेकर जिले के डॉन बास्को स्कूल में एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन हुआ. स्कूल हेल्थ एंड वेलनेस कार्यक्रम के तहत सीबीएसई से संबद्धता रखने वाले विद्यालयों के 60 प्रतिभागी शिक्षक इसमें सम्मिलित हुए. स्कूल के प्राचार्य प्रशांत गुप्ता ने कहा कि नई शिक्षा नीति 2020 के तहत स्वस्थ्य एवं स्वच्छ वातावरण में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लिए सभी शिक्षकों को प्रशिक्षित किया जा रहा है. सीबीएसई द्वारा दो प्रशिक्षित फरीन हायात और प्रत्युष कुमार को बतौर प्रशिक्षक नियुक्त कर 60 प्रतिभागियों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है. बता दें कि राष्ट्रीय नई शिक्षा नीति 2020 के तहत शिक्षकों के लिए एक साल में 50 घंटे प्रशिक्षण दिए जाने का प्रावधान किया गया है, जिसके तहत स्कूल में शिक्षकों के लिए क्षमतावर्धन कार्यक्रम का आयोजन किया गया है. इसमें स्थानीय विद्यालय के साथ- साथ डॉन बास्को कॉन्वेंट स्कूल झंझारपुर के प्राचार्य मुकेश कुमार ले रहे हैं. प्रशिक्षण देते हुए प्रत्युष कुमार ने कहा कि बच्चो में कला कौशल के विकास के साथ साथ संस्कारवान बनाना परम आवश्यक है क्योंकि छात्र हैं युग निर्माता अध्यापक उनका भाग्य विधाता. कार्यशाला में उपस्थित डीबीसी ग्रुप ऑफ स्कूल के मैनेजिंग डायरेक्टर आदित्य आनंद ने कहा हर व्यक्ति के जीवन में सबसे मुख्य पड़ाव विद्यार्थी जीवन ही होता है, विद्यार्थी जीवन ही मानव की सफलता का आधार बनता है. यह एक ऐसा पड़ाव है, जिसमें कई बार विद्यार्थी कुछ चंद असफलताओं के कारण निराश होने लगते हैं. ऐसे में विद्यार्थियों को मिला सही मार्गदर्शन उनके भविष्य को सफल बना सकता है.
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