मध्यप्रदेश में पुलिस हाउसिंग कॉरपोरेशन के प्रभारी सहायक यंत्री करोड़ों की मालिक हैं. इस बात की पुष्टि तब हुई जब लोकायुक्त की टीम ने गुरुवार की सुबह 6 बजे उसके तमाम ठिकानों पर छापेमारी की. प्रभारी सहायक हेमा मीणा के तीन ठिकानों पर छापे पड़े हैं, इसमें अभी तक करीब 5-7 करोड़ की बेनामी संपत्ति प्रकाश में आई है. इस सर्च ऑपरेशन में शामिल ठिकानों में भोपाल के बिलखिरिया स्थित आवास, रायसेन में फार्म हाउस समेत 3 ठिकानों पर सर्च जारी है. इस छापे में मीणा के घर से 30 लाख की LED tv पाई गई है. साथ ही उसके पास मौजूद संपत्ति उसके आय से 232 प्रतिशत अधिक है. मीणा के खिलाफ 2020 में आय से अधिक संपत्ति होने की शिकायत मिली थी .
किसान की बेटी हेमा मीणा मध्यप्रदेश के रायसेन जिले की निवासी है. मीणा 2016 से पुलिस हाउसिंग कॉरपोरेशन में पदस्थ है. प्रभारी पर साल 2020 में आय से अधिक संपत्ति होने की शिकायत मध्यप्रदेश लोकायुक्त संगठन को प्राप्त हुई थी. इस बात की जानकारी पर लोकायुक्त ने इस मामले पर गंभीरता से जांच शुरू कर दिया. जिसके बाद मीणा के बिलखिरिया स्थित आवास सहित तीन ठिकानों पर विशेष पुलिस स्थापना भोपाल संभाग ने जांच शुरू कर दिया. जांच में उसके आय से अधिक संपत्ति प्राप्त की गई.
बताते चलें कि जांच प्रक्रिया डीएसपी लोकायुक्त संजय शुक्ला के नेतृत्व में की गई. इस प्रारंभिक जांच में मीणा के पास से तकरीबन पांच-सात करोड़ की संपत्ति होने का पता चला है. साथ ही जानकारी के मुताबिक, हेमा मीणा एक संविदा कर्मचारी है जिसकी वेतन मात्र 30 हजार रुपये है. लेकिन, उसके बाद भी उसके पास से करोड़ों की संपत्ति बरामद हुई है. लोकायुक्त की टीम उसके ऐशो आराम देख कर दंग रह गई है. सूत्रों का कहना है कि हेमा मीणा के कुल कितनी संपत्ति है इसके आकलन में दो तीन दिन और लगेंगे.