Gaya News: मगध विवि के रजिस्ट्रार और पॉक्टर समेत चार कर्मियों को भेजा गया जेल, कुलपति भी हो सकते हैं गिरफ्तार!
Gaya News एसवीयू के अधिवक्ता ने कहा कि यह गबन का बड़ा मामला है और इससे पूरा शिक्षा जगत को बदनामी होती है. आरोपित दबंग है और बाहर रहने पर साक्ष्य मिटा देने का खतरा है.
Gaya News: भ्रष्टाचार और सरकारी राशि के गबन के आरोप में गिरफ्तार मगध विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार डॉ पुष्पेंद्र कुमार वर्मा, पॉक्टर जयनंदन प्रसाद सिंह, लाइब्रेरी इंचार्ज विनोद कुमार और कुलपति डॉ राजेंद्र प्रसाद के निजी सचिव सुबोध कुमार को मंगलवार को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया. इसके पहले विशेष निगरानी इकाई ने उन्हें निगरानी की विशेष अदालत के समक्ष पेश किया. अदालत ने चारों को चार जनवरी 2022 तक के लिए न्यायिक हिरासत में भेजने का आदेश दिया. एसवीयू अब उन्हें पूछताछ के लिए रिमांड पर लेगी.
आरोपितों की ओर से अदालत से कहा कि प्राथमिकी में लगाये गये आरोप निराधार है, क्योकि जिस समय की यह घटना बतायी जा रही है, उस समय तक इन चारों ने ज्वाइन भी नहीं किया था. एसवीयू के अधिवक्ता ने कहा कि यह गबन का बड़ा मामला है और इससे पूरा शिक्षा जगत को बदनामी होती है. आरोपित दबंग है और बाहर रहने पर साक्ष्य मिटा देने का खतरा है.
कॉपी व इ-बुक मे करोड़ों रुपये के गबन की जांच की जा रही है. आरोपितों ने अन्य पदाधिकारियों से सांठगांठ कर कॉपी छपाई और खरीद में ठेका नियमों को ताक पर रखा और नजदीकी लोगों को लाभान्वित किया. अब इन सभी आरोपितों से एसवीयू गहन पूछताछ करेगी और मगध विवि में अब तक हुई तमाम धांधली के बारे में विस्तार से जानकारी लेगी और इस आधार पर आगे की कार्रवाई की जायेगी.
एसवीयू ने आय से अधिक संपत्ति मामले में मगध विवि के कुलपति डॉ राजेंद्र प्रसाद के तीन ठिकानों पर 17 नवंबर, 2021 को एक साथ छापेमारी की थी. इस दौरान कई संवेदनशील व सरकारी राशि के दुरुपयोग से जुड़े दस्तावेज बड़ी संख्या में मिले थे. इसके आधार पर मगध विवि के कई पदाधिकारी जांच की जद में आ गये हैं.
इनमें चार की फिलहाल गिरफ्तारी की गयी है. अब इनसे पूछताछ में कुलपति की संलिप्तता की बात भी सामने आ सकती है, क्योंकि अब तक की जांच में कुलपति के खिलाफ मनमाने ढंग से अपने चहेतों को कई चीजों का टेंडर देने की बात सामने आ चुकी है. इस बात की पूरी संभावना व्यक्त की जा रही है कि कुलपति की कभी भी गिरफ्तारी हो सकती है.