रिजल्ट प्रकाशन को लेकर बुधवार को मगध यूनिवर्सिटी (Magadha University) के छात्र राजधानी पटना की सड़क पर उतरे. पटना की सड़कों पर छात्रों ने जमकर हंगामा किया. इसी क्रम में छात्रों और मगध यूनिवर्सिटी के सुरक्षाकर्मियों के बीच नोक झोंक भी हुई. दरअसल, मगध यूनिवर्सिटी में स्नातक और पीजी का सत्र अनियमित और काफी लेटलतीफ है. इससे आक्रोशित छात्र-छात्राओं ने बुधवार को पाटलिपुत्र यूनिवर्सिटी, में जोरदार हंगामा किया. सुरक्षाकर्मियों ने जब उन्हें रोकने का प्रयास किया तो वे आक्रोशित हो गए. छात्रों के साथ उनकी काफी देर तक तीखी नोकझोंक होती रही.
आंदोलन का नेतृत्व कर रहे राष्ट्रीय छात्र एकता मंच के अध्यक्ष छात्र नेता दिलीप कुमार ने बताया कि मगध यूनिवर्सिटी के सत्र 2018-21 के स्नातक द्वितीय वर्ष की परीक्षा ओएमआर शीट पर अक्टूबर 2021 मे हुई थी. लेकिन छह माह के बाद भी रिजल्ट प्रकाशित नही किया गया है जबकि इस सत्र का तो जून 2021 मे स्नातक की डिग्री मिल जानी चाहिए थी. सत्र 2020-23 का अभी तक रजिस्ट्रेशन भी नही हुआ है जबकि अभी पार्ट-2 की परीक्षा होनी चाहिए थी.
सत्र 2017-20 का रिजल्ट भी हजारों स्टूडेंट्स का पेंडिंग है. स्नातक स्तरीय कोई भी बहाली निकलती है तो लाखों स्टूडेंट्स फॉर्म भरने से वंचित हो जा रहे हैं. मजबूर होकर स्टूडेंट्स को रिजल्ट और परीक्षा के लिए आंदोलन करना पड़ रहा है. दिलीप कुमार ने बताया कि जब वे छात्र- छात्राओं के साथ पाटलिपुत्र यूनिवर्सिटी के कैंपस मे प्रवेश कर रहे थे तो सुरक्षाकर्मियों द्वारा बंदूकें तान दी गई.
दिलीप ने बताया कि पाटलिपुत्र यूनिवर्सिटी के वीसी ही वर्तमान मे मगध यूनिवर्सिटी के प्रभारी वीसी हैं इसलिए हमलोग वीसी के सामने आंदोलन करने के लिए पाटलिपुत्र यूनिवर्सिटी मे आंदोलन किए. अगर जल्द रिजल्ट प्रकाशित नही हुआ तो फिर आंदोलन किया जायेगा. आंदोलन मे पुष्पा, सुप्रिया, प्रियांसी, सुजाता, रितिका, रविरंजन, सोनू, मनीष, अभिषेक, शशि समेत बड़ी संख्या में छात्र शामिल हुए थे.