विश्व धरोहर महाबोधि मंदिर परिसर को अत्याधुनिक व बहुरंगी लाइटों से चकाचौंध होने में अंतरराष्ट्रीय विमानों के परिचालन फिलहाल बाधक बना हुआ है. मंदिर परिसर में लगायी गयीं इटली व जर्मनी की लाइटों का ट्रायल हो चुका है और इसे पूरी तरह से चालू करने से पहले थाईलैंड के तकनीशियन फाइनल टच देंगे.
इसके बाद मंदिर परिसर को अत्याधुनिक व बहुरंगी लाइटों से सराबोर कर दिया जायेगा. अंतरराष्ट्रीय विमानों की गया से आवाजाही शुरू नहीं होने के कारण तकनीशियन बोधगया नहीं पहुंच रहे हैं. इस कारण लाइटों को पूर्ण रूप से चालू नहीं किया जा रहा है. इस बारे में डीएम अभिषेक सिंह ने बताया कि लाइटों को अंतिम रूप से ट्रायल कर चालू करने के लिए थाइलैंड के एक्सपर्ट को आना है.
लेकिन विमानों के गया से आवाजाही नहीं होने के कारण इसमें देर हो रही है. फिरहाल इस कार्य में दो-तीन महीने की देर हो सकती है.उल्लेखनीय है कि महाबोधि मंदिर परिसर में सिद्धार्थ इंटरनेशनल सोसाइटी के माध्यम से बगैर बीटीएमसी से रुपये लिये लाइटिंग का काम हो रहा है.
बताया गया है कि नयी व्यवस्था से बिजली की खपत 40 प्रतिशत कम हो जायेगी और वर्तमान में चालू लाइटों से ज्यादा प्रकाश भी बिखेरेगा. कंप्यूटराइज्ड व्यवस्था के कारण बिजली के करंट से किसी तरह की दुर्घटना भी होने की संभावना काफी कम हो जायेगी. इस प्रोजेक्ट पर आठ से दस करोड़ रुपये का खर्च आ रहा है.