पटना. करीब साल भर बाद होनेवाले लोकसभा चुनाव को लेकर महागठबंधन ने अपनी तैयारी शुरू कर दी है. 25 फरवरी को पूर्णियां रंगभूमि मैदान में महागठबंधन की ओर से एकजुटता रैली करने की घोषणा हुई है. बुधवार को पटना में आयोजित संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में महागठबंधन के नेताओं ने कहा कि केन्द्रीय बजट में बिहार की घोर उपेक्षा, संघीय व्यवस्था पर निरंतर हमला व संविधान विरोधी कार्य करने वाली शक्तियों के खिलाफ महागठबंधन की ओर से एकजुटता रैली करने का फैसला हुआ है. इस रैली को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव, महागठबंधन के सभी नेता संबोधित करेंगे.
इस अवसर पर राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानन्द सिंह ने कहा कि इस रैली में पूर्णिंया, किशनगंज, अररिया, कटिहार के अलावा सुपौल, मधेपुरा, सहरसा और भागलपुर जिला के नेता और कार्यकर्ता के साथ-साथ गरीब, वंचित समाज को जोड़ने वाले सभी वर्ग के लोग शामिल होंगे. उन्होंने कहा कि जिस तरह से साम्प्रदायिक और उन्मादी शक्तियों के द्वारा देश और राज्य में माहौल खराब करने का साजिश रची जा रही है, उसके खिलाफ सभी को एकजुट होकर वैसी ताकतों को जवाब देने की आवश्यकता है.
इस अवसर पर जदयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा ने कहा कि जुमलेबाजी और आश्वासन के अलावा केन्द्र की भाजपा सरकार कुछ नहीं कर रही है. भाजपा बिहार में सत्ता से बेदखल होने के बाद बेचैन और हताश है. रंगभूमि मैदान की रैली से परिवर्तन का आगाज होगा. इस अवसर पर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष मदन मोहन झा ने कहा कि देश का माहौल जिस तरह से भाजपा ने बना दिया है, उसके खिलाफ हम लोग लगातार कार्य कर रहे है. बिहार से जो परिवर्तन हुआ है यह आने वाले समय में मील का पत्थर साबित होगा. महागठबंधन एकजुट होकर सच्चाई को उजागर करेगी और झूठ का पर्दाफाश होगा.
इस अवसर पर सीपीआईएमएल के केडी यादव ने कहा कि सीमांचल के इलाके से नफरत और फासिस्ट ताकतों के खिलाफ जो रैली होगी ये एक बड़ी रैली होगी जिसमें संविधान, लोकतंत्र को बचाने का संकल्प लिया जायेगा. इस अवसर पर सीपीआई के विजय नारायण मिश्रा ने कहा कि महागठबंधन की रैली का उद्देश्य साम्प्रदायिक विभाजन की राजनीति को जवाब है. देश और बिहार की जनता साम्प्रदायिक भावना के खिलाफ हमेशा रही है. इस अवसर पर सीपीआई एमके सर्वोदय शर्मा ने कहा कि भाजपा बेचैनी में कुचक्र और षड्यंत्र के माध्यम से माहौल खराब करना चाहती है. पूर्णियां की रैली देश में परिवर्तन की सूत्रपात करेगा.