महंगाई और बेरोजगारी के खिलाफ महागठबंधन का प्रतिरोध मार्च पूरे प्रदेश में जिला मुख्यालयों पर रविवार को आयोजित किया गया. विपक्षी दलों के कार्यकर्ताओं ने केंद्र के खिलाफ जबरस्त नारेबाजी की. आक्रामक प्रदर्शन किया. पटना में प्रतिरोध मार्च का नेतृत्व विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने किया. इस मार्च में वामदलों के अलावा कांग्रेस के वरिष्ठ नेता भी मौजूद रहे. बड़ी बात ये है कि इस मार्च में राजद नेता तेजस्वी यादव ने जदयू के बजाए भाजपा पर तीखा हमला किया.
करीब सगुना मोड से जिला मुख्यालय तक करीब 12 किलोमीटर लंबे इस प्रतिरोध मार्च में बेली रोड में अच्छी-खासी संख्या में लोग शामिल रहे. बेली रोड पर स्थित बाजार में प्रतिरोध मार्च में विशेष भीड़ उमड़ी. प्रतिरोध मार्च के दौरान राजद सहित सभी महागठबंधन नेताओं ने भाजपा पर निशाना साधा. जदयू के प्रति उनका सॉफ्ट कॉर्नर रहा. पटना में प्रतिरोध मार्च में तेजस्वी यादव और दिग्गज नेताओं के साथ विशेष डिजाइन कर बनाये रथ पर सवार होकर दस सर्कुलर रोड से निकले. यहां पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने हरी झंडी दिखा कर उन्हें रवाना किया. रथ में उनके साथ विशेष रूप से वरिष्ठ समाजवादी नेता शिवानंद ,श्याम रजक, सुनील कुमार सिंह तेज प्रताप यादव और रीत लाल और कई पूर्व विधायक मौजूद रहे. यहां से वह सगुना मोड़ पहुंचे. इसके बाद बेली रोड के जरिये जिला मुख्यालय पहुंचे.
राजद के इस रथ के साथ एक विशेष गीत भी बज रहा था. शहर के विभिन्न हिस्सों में राजद कार्यकर्ता वहां पहुंचे हुए थे. शहर में आयोजित प्रतिरोध मार्च में राजद प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह, कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष मदन मोहन झा, क्षेत्रीय विधायक रामांनद यादव, भाई वीरेंद्र , रेखा देवी , वरिष्ठ नेता आजाद गांधी, प्रेम गुप्ता,मृत्युंजय तिवारी निराला यादव, मदन शर्मा ,भाई अरुण कुमार ,युवा राजद नेता अरुण यादव , और एजाज अहमद इत्यादि नेता विशेष रूप से मौजूद रहे.
बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने कहा कि भाजपा ने संवैधानिक संस्थाओं को खिलौना बना रखा है, इससे सभी परेशान हैं. इसके अलावा बेरोजगारी और महंगाई से लोग खासे परेशान हैं. इन तमाम ऐसे मुद्दों को लेकर हम जनता के बीच आये हैं. लोगों का हमें समर्थन मिल रहा है. उन्होंने यह बात प्रतिरोध रथ पर सवार होकर कार्यकर्ताओं से कही .उन्होंने जेपी नड्डा के उस बयान पर तीखा विरोध जताया, जिसमें उन्होंने कहा था कि क्षेत्रीय पार्टियां खत्म हो जायेंगी. सिर्फ भाजपा रह जायेगी. उन्होंने कटाक्ष किया कि भाजपा बिहार में क्षेत्रीय पार्टियों की ही पिछलग्गू है. क्या नड्डा कि क्या वह जेडीयू को खत्म करना चाहते है?