पटना. महावीर वात्सल्य अस्पताल ने किशनगंज के अरहान को नयी जिन्दगी है. छह माह के अरहान के खाने की नली का दूरबीन विधि से हुई दुर्लभ सर्जरी की गयी है. किशनगंज का रहनेवाला 6 माह का अरहान दूध पीते उल्टी कर दे रहा था. उसके खाने की नली की मांसपेशियों में सिकुड़न थी. खाने-पीने की कोई भी वस्तु उसके पेट तक नहीं पहुंच पा रही थी. कई अस्पतालों का चक्कर लगाने के बाद अरहान के परिजन महावीर वात्सल्य अस्पताल पहुंचे.
महावीर वात्सल्य अस्पताल के शिशु रोग सर्जन डॉ ओम पूर्वे ने बताया कि हेलर्स मायोटॉमी एंड डोर फंडोप्लीकेशन नामक दुर्लभ सर्जरी से बच्चे के खाने की नली की सिकुड़न दूर की गयी है. अब बच्चे को पेय एवं तरल खाद्य पदार्थ दिया जा रहा है. अब उसे उल्टियां नहीं होती. डॉ ओम पूर्वे ने बताया कि गुरुवार को बच्चे को अस्पताल से छुट्टी दे दी जाएगी. ऑपरेशन करने वाली टीम में डॉ राकेश, डॉ पुलक तोष, डॉ गीता आदि शामिल थे.
महावीर वात्सल्य अस्पताल के शिशु रोग सर्जन डॉ ओम पूर्वे ने बताया कि महावीर वात्सल्य अस्पताल में भर्ती होने के बाद दवा पीलाकर जब बच्चे का विशेष एक्सरे हुआ तो उसकी यह दुर्लभ बीमारी सामने आयी. बताया जाता है कि इस तरह की सर्जरी सामान्य तौर पर वयस्कों की होती है. 6 महीने के बच्चे की दूरबीन विधि से इस तरह की सर्जरी अभी तक सामने नहीं आयी है. वैसे दूरबीन विधि से इस ऑपरेशन का शुल्क निजी अस्पतालों में डेढ़ से दो लाख रुपये होता है. महावीर वात्सल्य अस्पताल में इस सर्जरी के लिए मात्र 20 हजार रुपये लिए जाते हैं. आयुष्मान भारत योजना से यह निःशुल्क है.