महिला आरक्षण बिल: तेजस्वी यादव ने ईंट से ईंट बजाने की क्यों दी चेतावनी? बिहार में मचा सियासी घमासान पढ़िए

महिला आरक्षण बिल पास हाेने के बाद बिहार में इसे लेकर सियासी घमासान मचा हुआ है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी इसपर अपनी प्रतिक्रिया दी है जबकि उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने आरक्षण को लेकर चेतावनी तक दे दी. जानिए क्या है सियासी प्रतिक्रियाएं...

By ThakurShaktilochan Sandilya | September 22, 2023 2:28 PM
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Women Reservation Bill: महिला आरक्षण बिल लोकसभा के बाद राज्यसभा में भी पास हो गया है. गुरुवार को राज्यसभा में सर्वसम्मति से इस बिल को पास कर दिया गया. संसद के दोनों सदनों से बिना किसी विरोध मत के साथ बिल (Mahila Aarakshan Bill) पास हुआ है. हालांकि इसके कुछ बिंदुओं को लेकर सरकार और विपक्ष एकदूसरे के आमने-सामने है. बिहार में इसे लेकर सियासी घमासान मचा हुआ है. तेजस्वी यादव ने सरकार को चेतावनी दे दी है. जबकि भाजपा की ओर से भी पलटवार किया गया है. भाजपा सांसद सुशील मोदी, विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष विजय सिन्हा समेत कई भाजपा नेताओं ने विपक्ष पर हमला बोला है.


महिला आरक्षण पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बोले..

महिला आरक्षण पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि देश के उत्थान पर हमारा ध्यान है. हमने महिला आरक्षण बिल का समर्थन किया है. यह जल्द लागू हो जाए, इससे महिलाओं का काफी उत्थान होगा. यह हमारे लिए बड़ी खुशी की बात होगी. उन्होंने कहा कि एससी-एसटी वर्ग की महिलाओं को मिले आरक्षण की तर्ज पर इसमें पिछड़ा और अति पिछड़ा वर्ग की महिलाओं को भी आरक्षण मिले. गुरुवार को पूर्व मुख्यमंत्री स्व भोला पासवान शास्त्री की जयंती पर समारोह के बाद पत्रकारों से मुख्यमंत्री ने कहा कि हमलोग तो शुरू से चाहते हैं कि महिला आरक्षण बिल पास हो. इसे जल्दी से लागू करना चाहिए. उन्होंने केंद्र सरकार का नाम लिये बिना कहा कि ये लोग जनगणना नहीं करवाये हैं, इसलिए इसमें देरी होगी. सीएम ने कहा कि हमलोगों ने महिलाओं के उत्थान के लिए काफी काम किये हैं.

तेजस्वी यादव ने क्या दी चेतावनी?

वहीं उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने चेतावनी देते हुए कहा कि महिला आरक्षण के नाम पर अगर पिछड़ा वर्ग का हक मारा गया, तो वह ईंट से ईंट बजा देगा. यह लड़ाकू वर्ग है. 60 फीसदी ओबीसी के हक पर अगर केंद्र हकमारी करेगा, तो यह वर्ग अधिकार लेकर रहेगा. तेजस्वी ने कहा कि महिलाओं को आरक्षण 33 फीसदी नहीं ,पचास फीसदी दिया जाये. लेकिन इसमें पिछड़ा वर्ग का, अतिपिछड़ा वर्ग और अल्पसंख्यक वर्ग की महिलाओं को भी जगह दी जाये. अगर ऐसा होता है तो हम पूरी ताकत के साथ इस बिल का समर्थन करेंगे. उन्होंने कहा कि बिल पारित होने के बाद भी ये लोग इसे लागू करेंगे, इसमें संदेह है. तेजस्वी यादव ने कहा कि भाजपा के लोग हमेशा से पिछड़ा विरोधी रहे हैं. उन्होंने कहा कि सरकार इस बिल को बस जुमले के लिए लायी है. अगर ओबीसी महिलाओं को भागीदारी दी जाती है तो राजद को इस बिल पर कोई आपत्ति नहीं होगी. तेजस्वी यादव ने कहा है राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद ने पत्थर तोड़ने वाली महिला भगवती देवी को संसद भेजा. कपड़ा धोने वाली महिला मुन्नी रजक को एमएलसी बनाया. उन्होंने कहा कि भाजपा की करनी और कथनी में काफी अंतर है. पहले जनगणना होगी. इसके बाद परिसीमन होगा. इसके बाद इस बिल को लागू करने की बात की जा रही है.

अनुसूचित जाति- अनुसूचित जनजाति कल्याण मंत्री रत्नेश सदा की मांग..

बिहार में अनुसूचित जाति- अनुसूचित जनजाति कल्याण मंत्री रत्नेश सदा ने केंद्र सरकार से महिला आरक्षण बिल में ओबीसी कोटा निर्धारित करने की मांग की है. उन्होंने कहा है कि महिला आरक्षण बिल को बिना विलंब किये अमल में लाया जाना चाहिए वरना यह भी मोदी सरकार का जुमला माना जायेगा. मंत्री रत्नेश सदा ने यह बातें गुरुवार को जदयू प्रदेश मुख्यालय में आयोजित जनसुनवाई के बाद पत्रकारों से कहीं.

सुशील मोदी ने बोला हमला..

राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी ने कहा कि जो लोग महिला आरक्षण विधेयक को तुरंत लागू करने के लिए दबाव बना रहे हैं, वे चाहते हैं कि यह विधेयक संसद से पारित होते ही सुप्रीम कोर्ट में जा कर फंस जाये. नारी शक्ति वंदन विधेयक लोकसभा में दो तिहाई से भी अधिक बहुमत से पारित कराने में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को मिली सफलता विपक्ष को पच नहीं रही, इसलिए वे इसके लागू होने पर संदेह कर रहे हैं. सुशील मोदी ने कहा कि यह विधेयक पूरी वैधानिकता के साथ 2029 में अवश्य लागू होगा, यह भरोसा रखना चाहिए. सुशील मोदी ने कहा कि बिना जनगणना कराये सरकार यह नहीं तय कर सकती कि कितनी और कौन-कौन सीटें महिलाओं के लिए आरक्षित होंगी. आजादी के बाद से यही परंपरा रही कि जनगणना के आंकड़ों के आधार पर परिसीमन आयोग आरक्षित सीटों का निर्धारण करता है. उन्होंने कहा कि जो लोग जल्दबाजी में महिला आरक्षण को 2024 के संसदीय चुनाव से लागू कराने की बात कर रहे हैं, वही ऐसे कदम के खिलाफ सबसे पहले सुप्रीम कोर्ट जायेंगे.

नेता प्रतिपक्ष विजय सिन्हा बोले..

बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष विजय सिन्हा ने भी इसे लेकर हमला बोला है और कहा कि महिला आरक्षण बिज जो लोग आडवाणी जी के हाथों से छीनकर फाड़े थे और तमाशा किया था वो कभी नहीं चाहते कि महिलाओं को शक्ति मिले.

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