Makar Sankranti: 15 जनवरी की सुबह होगा संक्रांति का पुण्यकाल, शाम को बजेगी शहनाई, जून तक 45 दिन लगन
Makar Sankranti: इस साल भी 15 जनवरी को मकर संक्रांति का पर्व मनाया जायेगा. इसका पुण्य काल पूरे दिन रहेगा. साथ ही इसी दिन मलमास भी खत्म होगा. गंगा स्नान व दान-पुण्य का सिलसिला सुबह से ही शुरू हो जायेगा. सुबह लोग संक्रांति का पूजा व दान पुण्य करेंगे और शाम को मांगलिक आयोजनों में शामिल होंगे
Makar Sankranti: इस साल भी 15 जनवरी को मकर संक्रांति का पर्व मनाया जायेगा. इसका पुण्य काल पूरे दिन रहेगा. साथ ही इसी दिन मलमास भी खत्म होगा. गंगा स्नान व दान-पुण्य का सिलसिला सुबह से ही शुरू हो जायेगा. 15 जनवरी को सुबह लोग संक्रांति का पूजा व दान पुण्य करेंगे और शाम को मांगलिक आयोजनों में शामिल होंगे. बनारसी पंचांग के अनुसार वर्ष का पहला लग्न 15 जनवरी से ही शुरू है. पिछले वर्ष की तुलना में इस साल कम लग्न हैं. इस साल मई-जून में सर्वाधिक वैवाहिक शुभ मुहूर्त हैं. एक मास से सनातन धर्मावलंबियों के लिए सभी शुभ मांगलिक कार्यों पर विराम लगा हुआ है. खरमास की समाप्ति के बाद पुनः शुभ कार्य शुरू होंगे. ज्योतिष शास्त्र के विद्वान आचार्य राकेश झा ने बताया कि खरमास 14 जनवरी शनिवार की देर रात 02:53 बजे सूर्य के मकर राशि में प्रवेश तक रहेगा. मध्यरात्रि के बाद संक्रांति होने से इसका पुण्यकाल दूसरे दिन यानी 15 जनवरी को रहेगा. नये साल का पहला वैवाहिक लग्न 15 जनवरी को होगा. बसंत पंचमी का पर्व 26 जनवरी को मनाया जायेगा. इस दिन भी शादी का शुभ मुहूर्त कई शुभकारी योगों में होगा.
जून तक शादी के 45 शुभ मुहूर्त
ज्योतिषाचार्य राकेश झा ने कहा कि 2023 में जून तक विवाह के कुल 45 मुहूर्त हैं. इसमें मई व जून में सर्वाधिक 22 मुहूर्त होंगे. इसके अलावा बसंत पंचमी, रामनवमी, अक्षय तृतीया सहित कई अबूझ मुहूर्त भी होंगे. मार्च में होलाष्टक और अप्रैल में खरमास लगने पर मांगलिक कार्य नहीं होंगे. 29 जून से चातुर्मास शुरू हो जायेगा. अधिकमास होने से पांच महीने चातुर्मास रहेगा. इससे देवशयनी एकादशी 29 जून से 23 नवंबर देवोत्थान एकादशी तक शुभ कार्य नहीं होंगे.
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15 मार्च से 14 अप्रैल तक मांगलिक कार्यों पर ब्रेक
पंडित गजाधर झा ने बताया कि 15 मार्च से 14 अप्रैल तक सूर्य के मीन राशि में गोचर से पुनः एक मास के लिए शादी-ब्याह समेत अन्य सभी शुभ कार्यों पर ब्रेक लग जायेगा. झा के अनुसार गुरु व शुक्र ग्रह 21 मार्च से 29 अप्रैल तक अस्त रहेंगे. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार गुरु के अस्त होने के कारण शादी नहीं होती है. 29 जून देवशयनी एकादशी से लेकर 23 नवंबर देवोत्थान एकादशी तक चातुर्मास रहेगी. चातुर्मास में कर्क, सिंह, कन्या, तुला के सूर्य में चार माह शादियां बंद रहेंगी.
नये साल के वैवाहिक शुभ मुहूर्त
बनारसी पंचांग के अनुसार
जनवरी: 15, 17, 18, 19, 25, 26, 27, 30, 31
फरवरी:1, 6, 7, 8, 9, 10, 12, 13, 15, 16, 17, 18, 22, 23, 27, 28
मार्च: 1, 5, 6, 7, 8, 9, 11, 14
मिथिला पंचांग के अनुसार
जनवरी: 18, 19, 22, 23, 25, 26, 27, 29
फरवरी:1, 6, 8, 10, 15, 16, 17, 22, 24, 27
मार्च:1, 6, 8, 9, 13
मई: 1, 3, 7, 11, 12, 17, 21, 22, 26, 29, 31
जून: 5, 7, 8, 9, 12, 14, 18, 22, 23, 25, 28