ठाकुर शक्तिलोचन: बिहार में कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा का शुभारंभ हो गया. गुरुवार को इसकी शुरुआत करने खुद कांग्रेस के नए राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे आए. बांका के मंदार में उनका गर्मजोशी से स्वागत किया गया. लेकिन इस दौरान जिस तरह उनका कार्यक्रम तय किया गया था वो अचानक बदल गया और मंदार तराई स्थित अष्ट कमल लक्ष्मी नारायण मंदिर में खरगे ने पूजा नहीं की. जिससे तमाम तैयारियां धरी ही रह गयी.
कांग्रेस के भारत जोड़ो यात्रा की शुरुआत बांका के मंदार से हुई. गुरुवार का कार्यक्रम यह था कि कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष पहले मंदार के लक्ष्मी नारायण मंदिर में पूजा अर्चना करेंगे. इसके बाद यहां से यात्रा शुरू होगी. मल्लिकार्जुन खरगे मंदिर के ठीक पास बने गेस्ट हाउस पहुंचे. यहां कुछ मिनट रूके. इस बीच मंदिर गेट के दोनों ओर समर्थक, कार्यकर्ता व पुलिसकर्मी डटे रहे. वो इंतजार में थे कि खरगे मंदिर में प्रवेश करेंगे. वहीं मंदिर परिसर के अंदर कांग्रेस सेवा दल के कार्यकर्ता व पुजारी अपनी तैयारी के साथ खड़े थे.
अचानक गेस्ट हाउस से निकलकर नीचे आए मल्लिकार्जुन खरगे ने मंदिर गेट पर ही झंडा थाम लिया. उनका कार्यक्रम बदला जा चुका था. अब वो मंदिर के अंदर प्रवेश नहीं किये. जबकि उन्हें पाप हारिणी सरोवर के बीच बने मंदिर में पूजा अर्चना करना था. इसके लिए मंदिर तक लाल कार्पेट बिछाया गया था और बेहद खूबसूरती से मंदिर को सजाया गया था.
Also Read: बिहार में भारत जोड़ो यात्रा: खरगे के मंच पर अजीत शर्मा किये गए नजरंदाज, प्रदेश अध्यक्ष को करनी पड़ी वकालतमंदिर गेट पर तैनात कांग्रेस कार्यकर्ताओं के बीच कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने मुख्य द्वार पर ही यात्रा झंडा थामा और उसे प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश सिंह को थमाया और यात्रा की शुरुआत की. खरगे इस दौरान खुद पैदल नहीं चले. बताया गया कि स्वास्थ्य कारणों से वो पैदल नहीं चले.
इधर मल्लिकार्जुन खरगे के बदले गये कार्यक्रम को लेकर कांग्रेस कार्यकर्ताओं में निराशा दिखी. मंदिर के पुजारी पंडित विभूति पाठक ने प्रभात खबर डीजिटल से बातचीत के दौरान बताया कि कार्यक्रम अचानक बदल गया था. वो सभी मंदिर के अंदर पूरी तैयारी में थे. कांग्रेस अध्यक्ष को पूजा अर्चना कराने की पूरी तैयारी मजबूती से की गयी थी. लेकिन बताया गया कि व्यस्त कार्यक्रम को देखते हुए मंदिर में वो प्रवेश नहीं किये.
Posted By: Thakur Shaktilochan