राजगीर में इस दिन से लगेगा मलमास मेला, पहली बार तीर्थयात्रियों को मिलेंगी कई नई और खास सुविधाएं
18 जुलाई से मगध साम्राज्य की ऐतिहासिक राजधानी राजगीर में मलमास मेला लगने जा रहा है. देश-दुनिया से आने वाले तीर्थ यात्रियों, श्रद्धालुओं और सैलानियों को पहली बार मेला में फ्री वाइफाइ के साथ ही कई नई सुविधा दी जायेगी.
राजगीर. मलमास मेला में देश-दुनिया से आने वाले तीर्थ यात्रियों, श्रद्धालुओं और सैलानियों को पहली बार फ्री वाइफाइ सुविधा दी जायेगी. इसके अलावा मेला के दौरान राजगीर के सुप्रसिद्ध गर्म जल के कुंडों और झरनों में स्नान करने वाले श्रद्धालुओं की गिनती भी मशीन से की जायेगी. यह दोनों व्यवस्था मलमास मेला के इतिहास में पहली बार की गयी है. इसी तरह मेला में आये तीर्थयात्रियों के लिए टेंट सीटी भी पहली बार बनायी जायेगी.
कुंड में स्नान करने वालों की होगी गणना
18 जुलाई से मगध साम्राज्य की ऐतिहासिक राजधानी राजगीर में लगने वाले मलमास मेला में पुपील काउंटिंग मशीन (पीसीएम) लगायी जायेगी. मलमास मेला के इतिहास में पहली बार यह मशीन लगायी जायेगी. इस मशीन से कुंड में स्नान करने वाले श्रद्धालुओं की गणना की जायेगी. मलमास मेला की निगरानी 275 सीसीटीवी कैमरों से की जायेगी. मेला क्षेत्र में बेहतर विधि व्यवस्था संधारण के लिए एक सेन्ट्रल कंट्रोल रूम के अलावा मलमास मेला क्षेत्र को चार जोन में बांटकर अलग -अलग कंट्रोल रूम (नियंत्रण कक्ष) बनाया गया है. नगर परिषद के कनीय अभियंता आनन्द कुमार ने यह जानकारी दी है.
सुरक्षा का होगा पुख्ता इंतजाम
आनन्द कुमार ने बताया कि मेला क्षेत्र का पहला नियंत्रण कक्ष ब्रह्मकुंड क्षेत्र में बनाया गया है. इस क्षेत्र में 86 सीसीटीवी कैमरे लगाये जायेंगे. कुंड क्षेत्र में मोशन डिटेक्टर मशीन लगायी जायेगी. दूसरा जोनल नियंत्रण कक्ष मेला थाना को बनाया गया है. इस नियंत्रण कक्ष के क्षेत्र में 105 सीसीटीवी कैमरे लगाये जायेंगे. तीसरा नियंत्रण कक्ष प्रस्तावित स्टेट गेस्टहाउस परिसर में बनाया जायेगा. इस क्षेत्र में 44 सीसीटीवी कैमरे लगाये जायेंगे. इसी परिसर में तीर्थयात्रियों को ठहरने के लिए टेंट सीटी की व्यवस्था की जा रही है. चौथा जोनल कंट्रोल रूम अनुमंडल कार्यालय में बनाया गया है. इस क्षेत्र में कुल 40 सीसीटीवी कैमरे लगाये जायेंगे. चारों जोन को मिलाकर एक सेन्ट्रल जोन बनाया गया है. सभी जोन के कंट्रोल रूम में 55 इंच का एलइडी स्क्रीन लगाया जायेगा. जहां से पदाधिकारी अपने क्षेत्र की निगरानी करेंगे. सभी जोनल कंट्रोल रूम के लिए मेला थाना परिसर में एक सेन्ट्रल कंट्रोल रूम बनाया गया है, जहां से किसी भी क्षेत्र के कंट्रोल रूम के सीसीटीवी कैमरे का फुटेज आसानी से निकाले जा सकेंगे.
आई लव राजगीर का लगेगा बोर्ड
स्टेट गेस्टहाउस परिसर में 11 करोड़ की लागत से टेंट सीटी का निर्माण कराया जायेगा. टेंट सीटी की बुकिंग स्थल पर होने के साथ ही एप से भी की जा सकेगी. नगर पर्षद क्षेत्र में ”आई लव राजगीर” के आकर्षक बोर्ड लगाया जायेगा. पंजाब के कलाकारों द्वारा इसे अंतिम रूप दिया जा रहा है. नगर पर्षद के कनीय अभियंता के अनुसार आई लव राजगीर का एक बोर्ड सुभाष पार्क ( अजातशत्रु स्तूप) के पास लगाया जायेगा, जबकि दूसरा बोर्ड गुरुद्वारा के पास लगाने की योजना है. उन्होंने कहा कि यह बोर्ड काफी आकर्षक और अनूठा है. वहां तीर्थयात्री और सैलानी सेल्फी भी ले सकेंगे.
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प्रशासन द्वारा मलमास मेला एप बनाया गया
ब्रह्मकुंड क्षेत्र का मुख्य प्रवेश द्वार बनकर तैयार हो गया है. इसी प्रवेश द्वार से तीर्थयात्री और श्रद्धालु सरस्वती नदी कुंड और ब्रह्मकुंड क्षेत्र के गर्म जल के कुंडों में स्नान के लिए पहुंचेंगे. मलमास मेला क्षेत्र में 700 एफआरपी (फाइबर रेंफरेद प्लास्टिक) शौचालय लगाये जायेंगे. जिला प्रशासन द्वारा मलमास मेला एप बनाया गया है. एप के माध्यम से मेला क्षेत्र की सभी सुविधाओं और व्यवस्थाओं की जानकारी मिलेगी. इतना ही नहीं मेला में ड्यूटी करने वाले पदाधिकारियों, दण्डाधिकारियों एवं अन्य की उपस्थिति भी एप से ही बनायी जायेगी. एप से टेंट सीटी की बुकिंग भी श्रद्धालु कर सकेंगे. मलमास मेला का एक बेबसाइट भी बनाया जा रहा है. बेबसाइट में राजगीर और मलमास मेला के ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और धार्मिक महत्व की जानकारी के अलावा मेला क्षेत्र में उपलब्ध सुविधाओं की जानकारी मिल सकेगी.