मामी के साथ कमरे में बंद था भांजा, जानिए फिर होटल के कमरा नंबर 114 में ऐसा हुआ कि मचा बवाल
मृत महिला और युवक रिश्ते में मामी-भांजा लगते थे. दोनों के बीच लम्बे समय से प्रेम प्रसंग चल रहा था. दोनों अक्सर आशापुर के होटल में मिलते-जुलते थे. शुक्रवार को भी दोनों होटल में मिलने आये थे और दोनों की मृत्यु हो गई. मृत महिला का शव नवादा स्थित आम के बगीचे में वहीं युवक डीएमसीएच में मिला.
बिहार: दरभंगा के बहेड़ा थाना क्षेत्र के आशापुर स्थित एक होटल में महिला व एक युवक की मौत को लेकर सवाल उठ रहे हैं. बताया जा रहा है कि मृत महिला और युवक रिश्ते में मामी-भांजा लगते थे. दोनों के बीच लम्बे समय से प्रेम प्रसंग चल रहा था. दोनों अक्सर आशापुर के होटल में मिलते-जुलते थे. शुक्रवार को भी दोनों होटल में मिलने आये थे और दोनों की मृत्यु हो गई. मृत महिला का शव नवादा स्थित आम के बगीचे में मिला, वहीं युवक रहस्यमयी तरीके से डीएमसीएच में मिला. हालांकि, इस मामले में कई पेंच नजर आ रहे हैं, जो लोगों के बीच चर्चा का विषय बना हुआ है. दोनों होटल के कमरा संख्या 114 में ठहरे हुए थे. लोगों का कहना है कि राजी-खुशी से दोनों होटल में कमरा लेकर मिलने आये तो यह खूनी खेल कैसे हो गया.
पहले भी कई बार होटल में बुक करा चुके थे कमरा
परिजनों के अनुसार बहादुरपुर थाना क्षेत्र के रामभद्रपुर निवासी किशोरी कामति का 27 वर्षीय पुत्र अजय कामति व बहेड़ा थाना की नवादा निवासी तीन बच्चों की मां गणेश कामति की पत्नी के बीच लंबे समय से प्रेम-प्रसंग चल रहा था. दोनों में दूर के मामी-भांजे का रिश्ता था. दोनों अक्सर आशापुर के होटल में मिलते-जुलते थे. इसी क्रम में शुक्रवार को महिला अपनी सास जितनी देवी व बच्चों को बेनीपुर बाजार जाने की बात कह अपने प्रेमी से मिलने होटल पहुंच गयी, जहां संदिग्ध अवस्था में होटल के कमरे में उसकी मौत हो गयी. देर रात तक घर नहीं पहुंचने पर परिजन रातभर खोजते रहे. शनिवार की अगले सुबह बगीचा में उसका शव मिला. शव मिलते ही बच्चों व परिजन के बीच कोहराम मच गया. नौ वर्षीय पुत्री हिमानी, सात वर्षीया रानी व पांच वर्षीय पुत्र पूर्वा के सिर से ममता की छाया छिन गयी. मृतका का पति मुंबई में मजदूरी करता है.
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टेंपो से आए दो लोगों ने खुद को बताया था उनका परिजन
होटल के प्रबंधक का कहना है कि अफरा-तफरी की स्थिति होने के कारण पुलिस को सूचना नहीं दी जा सकी. उन्होंने कहा कि ये दोनों अक्सर यहां कमरा बुक करा मिलते-जुलते थे. घटना के बारे में होटल के मैनेजर का कहना है कि टेंपो से दो लोग आये थे. उन्होंने खुद को उनका परिजन बताया था. इधर बहेड़ा थानाध्यक्ष बीके ब्रजेश ने कहा कि मामला हत्या का है या आत्महत्या का, यह तो पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही स्पष्ट हो पायेगा. वैसे प्रथम दृष्टया आत्महत्या का मामला प्रतीत होता है. उन्होंने कहा कि होटल के उस कमरे को सील कर दिया गया है. वहीं आगत पंजी को जब्त कर मामले की जांच की जा रही है. शीघ्र ही इस गुत्थी को सुलझा लिया जायेगा.
उठ रहें हैं कई प्रश्न
अगर वे दोनों परिजन थे तो महिला की लाश को उसके घर पहुंचाने के बदले बगीचे में फेंक आखिर क्यों चंपत हो गये. अगर होटल के कमरे में महिला की मौत हो गयी, तो इसकी सूचना पुलिस को क्यों नहीं दी गयी. दोनों को अनुमंडलीय अस्पताल लाया गया तो वहां से भी चिकित्सक द्वारा पुलिस को क्यों नहीं खबर की गयी. कुछ लोग इसे हत्या तो पुलिस आत्महत्या का मामला मान रही है. होटल से किसने महिला व युवक को अचेतावस्था में बेनीपुर अनुमंडलीय अस्पताल पहुंचाया. चिकित्सक द्वारा महिला को मृत घोषित करने के बाद उसके शव को नवादा स्थित आम के बगीचे में आखिर किसने फेंका. युवक को डीएमसीएच लेकर जानेवाला कौन था.