मोतिहारी. मदर टेरेसा फ्यूचर फाउंडेशन ट्रस्ट बनाकर उत्तर बिहार के पांच जिलों की महिलाओं से करीब 100 करोड़ रुपये की ठगी करने वाले निर्भय कुमार यादव और उसके सहयोगी पंकज कुमार को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. निर्भय मधुबन थाने के लाही बंजरिया और पंकज पिपरा चकबारा गांव का निवासी है. दोनों की गिरफ्तारी रविवार शाम चकिया बनझुला के पास से हुई है. वे नेपाल भागने की तैयारी में थे.
एसपी नवीनचंद्र झा ने सोमवार को पत्रकारों को बताया कि अब तक की जांच में 11.5 करोड़ की ठगी का हिसाब-किताब मिला है. ठगी की राशि 100 करोड़ से अधिक हो सकती है. इसका नेटवर्क पूर्वी चंपारण से लेकर मुजफ्फरपुर, बेतिया, शिवहर, सीतामढ़ी व वैशाली तक फैला था. निर्भय अपने सहयोगियों के साथ ट्रस्ट बनाकर महिलाओं को प्राइवेट फाइनेंस कंपनी से लोन दिलवाता था.
अधिक ब्याज देने का झांसा देकर महिलाओं को दिलाये गये लोन की राशि को अपने ट्रस्ट में जमा करवाता था. हर महिला से 22,500 रुपये ट्रस्ट में जमा करवाकर उन्हें एक साल तक 2500 रुपये देने को कहा था, लेकिन महिलाओं को जब समय पर राशि नहीं मिली, तो सैकड़ों की संख्या में महिलाओं ने निर्भय के मधुबन लाही बंजरिया स्थित आवास का घेराव किया, तब जाकर ठगी का मामला उजागर हुआ.
इस मामले में मधुबन व चकिया थाने में दो प्राथमिकियां दर्ज की गयी हैं. इनमें निर्भय के अलावा मधुबन बंजरिया की मीना देवी, दीपक कुमार व रौशन कुमार को आरोपित किया था. छापेमारी में पकड़ीदयाल डीएसपी सुनील कुमार, प्रशिक्षु डीएसपी विनीता सिन्हा के अलावे मधुबन के दारोगा राजेश कुमार, जमादार विनोद कुमार, टेक्निकल सेल के प्रभारी मनीष कुमार, सिपाही मुन्ना कुमार, नित्यानंद दूबे व मुन्ना कुमार शामिल थे.
निर्भय के पास से उसके नाम का पैनकार्ड, आधार कार्ड, वोटर कार्ड, जमीन का दस्तावेज, सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया की ओर से जारी प्रमाणपत्र, मध्यमा का अंक प्रमाणपत्र व सर्टिफिकेट, मेसर्स दीप इंटरप्राइजेज के खाते से लेनदेन की विवरणी व मीना देवी के केनरा बैंक की चेकबुक बरामद हुई है.
एसपी ने बताया कि आर्थिक अपराध इकाई को अनुसंधान में सहयोग करने के लिए लिखा गया है. निर्भय की चल व अचल संपत्ति की जांच की जायेगी. सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया, केनरा व एक्सिस बैंक से ट्रस्ट के पैसों का लेनदेन हुआ है. तीनों बैंकों के अधिकारियों से लेनदेन की विवरणी मांगी गयी है.
Posted by Ashish Jha