पटना के शास्त्रीनगर थाना क्षेत्र के धीरज कुमार ने अपने ही दाेस्त अजीत कुमार को घर से बुलाया और फिर उसकी हत्या कर दी. यही नहीं मृत हालत में ही धीरज दोस्त अजीत को उसके शास्त्रीनगर थाना इलाके में ब्रह्मस्थानी गली स्थित घर लेकर पहुंचा. अजीत की हालत देख घर वाले में कोहराम मच गया. परिजनों ने तुरंत उसे आइजीआइएमएस ले जाने के साथ पुलिस को सूचना दी. आइजीआइएमएमस के डाॅक्टराें ने अजीत को मृत घोषित कर दिया. पुलिस ने शव को पाेस्टमार्टम कराने के बाद परिजनाें के हवाले कर दिया. अजीत के परिजनाें के बयान पर हत्या का केस दर्ज किया गया है.
शास्त्रीनगर थानेदार रामशंकर ने बताया कि धीरज को गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस उससे पूछताछ करने में जुटी है. 30 साल का धीरज शेखपुरा बगीचा में रहता है. जब अजीत के परिजनाें और शास्त्रीनगर थाना की पुलिस ने धीरज से पूछताछ की ताे उसने कहा कि सड़क हादसे में उसकी माैत हाे गयी. करीब 28 साल के अजीत के सिर के पिछले हिस्से में जख्म के गहरे निशान थे. थानेदार ने बताया कि दोनों दोस्त है. दोनों दिल्ली में मजदूरी करते हैं. चार माह पहले ही दाेनाें दिल्ली से लाैटा है. बकाैल थानेदार दाेनाें काे कई तरह के नशे की लत भी है. पुलिस धीरज और उसके अन्य दाेस्ताें के बारे में पता लगाने में जुटी है.
धीरज कभी यह बता रहा है कि पुलिस मुख्यालय के पास हादसा हाे गया ताे कभी बता रहा है कि उसका हादसा शेखपुरा स्थित छाेटेनाथ मंदिर के पास हुआ. पुलिस इन दाेनाें स्थानाें पर गयी और आसपास लाेगाें से पूछताछ करने के बाद वहां पर लगे कैमरे को खंगाला तो दुर्घटना का कोई सबूत नहीं मिला. कहीं पर खून भी गिरा हुआ नहीं था. धीरज ने पुलिस को बताया कि घायल अजीत को कई अस्पताल में ले गये. सबसे अंतिम में उसे मैक्स अस्पताल ले गए जहां उसकी हालत गंभीर थी. उसके बाद उसे लेकर उसके घर आ गए. धीरज शुक्रवार काे दिन के करीब 12 बजे अजीत के घर गया और उसे बुलाकर ले गया. उसके बाद वह उसे लेकर रात में लेकर पहुंचा.