बांका के मंदार महोत्सव में बॉलीवुड कलाकारों ने बांधा समा, जमकर थिरके लोग, आकर्षक दुकानों से सजा मेला

Mandar Mahotsav 2024: बांका में मंदार महोत्सव का आयोजन किया गया है. 14 तारीख को तीन दिवसीय महोत्सव की शुरुआत हुई है. इसके बाद इसमें बॉलीवुड के कलाकारों ने शिरकत की है.

By Sakshi Shiva | January 16, 2024 11:50 AM
an image

Mandar Mahotsav 2024: बिहार के बांका में मंदार महोत्सव का आगाज हुआ है. 14 जनवरी को तीन दिवसीय महोत्सव का आगाज हुआ है. यह 16 जनवरी तक चलेगा. प्रभारी मंत्री शाहनवाज आसम ने इसका उद्घाटन किया था. इसके बाद इसमें बालीवुड के कलाकारों ने शिरकत की है. चीन पार्श्व गायिका मधुश्री भट्टाचार्य के साथ कई कलाकार इसमें शामिल हुए. इन्होंने परफार्म भी किया. इसमें लोग जमकर झुमते हुए नजर आए है. शाम ढलने के बाद पदाधिकारियों ने भी जमकर आयोजन का लुफ्त उठाया है. सभी ने कार्यक्रम का भरपुर आनंद लिया है. संगीत प्रेमियों ने जमकर आनंद उठाया. अधिकारियो के साथ- साथ पब्लिक भी झुमते हुए नजर आई.

मेले में रंगारंग कार्यक्रम का आयोजन

मेले में रंगारंग कार्यक्रम का आयोजन किया गया है. लोग कार्यक्रम में थिरकते हुए नजर आए. मेले में रंगारंग कार्यक्रम का आयोजन किया गया है. कलाकारों द्वारा मेले में शानदार प्रस्तुति दी जा रही है. कई बैंड के द्वारा भी प्रस्तुति दी गई है. संथाल नृत्य का भी आयोजन किया गया. इसके अलावा कृषि प्रदर्शनी भी लगाई गई है. कृषि के उत्पादों का स्टॉल लगाया गया है. छात्राओं ने स्वागत गान गाया. मंदार महोत्सव सह बौंसी मेला के बारे में कहा जाता है कि यह पूर्व बिहार का सबसे बड़ा मेला है. इसमें सरकार की ओर से भी व्यवस्था की गई है.

Also Read: बिहार: सुरक्षा में मुस्तैद स्निफर डॉग ने दलाई लामा से लिया आशीर्वाद, मुलाकात कर किया सैल्यूट
शोभा यात्रा में निकली पांच प्रकार की झांकी

मंदार महोत्सव के दौरान कई पदाधिकारियों ने कार्यक्रम का आनंद उठाया है. एसडीएम अरुण कुमार, ओएसडी अमरेंद्र कुमार और जिला पर्यटन पदाधिकारी ने स्टेज पर कार्यक्रम का लुफ्त उठाया है. अधिकारियों को देखकर पब्लिक भी जमकर झूमी है. यहां ऐतिहासिक मधुसूदन क्षेत्र में भगवान मधुसूदन की भव्य शोभा यात्रा निकाली गई. गाजे- बाजे के साथ यह यात्रा निकली. इसमें बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए. भगवान का रथ मंदिर से निकला. इस दौरान फूलों की वर्षा की गई है. भक्तों ने यहां भगवान का दर्शन किया है. स्थानीय लोग शोभा यात्रा का हिस्सा बने. इसके लिए बढ़िया तैयारी भी की गई थी. पंडितों के द्वारा भगवान को गर्भ गृह से निकालकर गरुड़ रथ पर पहुंचाया गया. इनकी यहां विशेष पूजा की गई. इसके बाद यात्रा की शुरुआत हुई थी. इस साल यात्रा में पांच प्रकार की झांकी निकाली गई थी. यह लोगों के बीच आकर्षण का केंद्र रहा. यहां सुरक्षा के भी पुख्ता इंतजाम किए गए है.

Also Read: बिहार में कई ट्रेनों के फेरों में बदलाव, महरैल- वाचस्पतिनगर रेलखंड पर कार्य पूरा, इस दिन होगा स्पीड ट्रायल
महिला और पुरुष बल की हुई तैनाती

शोभा यात्रा के दौरान भक्तों ने भगवान का दर्शन किया. साथ ही भगवान को प्रसाद का भोग लगाया गया है. यहां काफी संख्या में महिला और पुरुष बल की तैनाती गई है. मेले में कई तरह के दुकान लगाए गए है. साथ ही आकर्षक झूले से मेले को सजाया गया है. यहां कई तरह के स्टॉल भी लगाए गए है. कारीगरों ने यहां आकर्षक मंच को तैयार किया है. कारीगर के द्वारा आकर्षक मॉडल बनाया गया है. मुख्य प्रवेश द्वार को भी कड़ी मेहनत के साथ तैयार किया गया है. लगभग एक सौ कारीगरों ने इसे तैयार किया है. करीब 1500 लोगों के बैठने की यहां व्यवस्था की गई है. मेले में डीलक्स शौचालय है. इसकी साफ- सफाई भी की गई है. इसके अलावा पीएचईडी विभाग की ओर से अस्थाई शौचालय का निर्माण किया गया है. मेले में खेल व तमाशे का भी आयोजन हुआ है. एनडीआरएफ की टीम को भी यहां तैनात किया है. पापहरणी सरोवर पर भी सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए है. डीएम के आदेश के बाद सीढ़ियों के रंग रोगन भी की गई है.

Also Read: पटना में नौकरी की लालच में पत्नी ने प्रेमी संग मिलकर की पति की हत्या, दोस्तों को दी थी सुपारी

Exit mobile version