अल्फांसो और मद्रासी आम बाजार में दिखा रहे नखरे, आम आदमी को है देसी आम का इंतजार
फलों का राजा आम शहर में दिखने लगा है. अभी भले ही लोग लोकल मालदा आम का स्वाद नहीं चख सकते हैं, लेकिन मद्रास से आये गुलाब खास आम व विदेशी कहे जान वाला अल्फांसो आम (alphonso mango) लोगों को लुभा रहे हैं.
पटना. फलों का राजा आम शहर में दिखने लगा है. अभी भले ही लोग लोकल मालदा आम का स्वाद नहीं चख सकते हैं, लेकिन मद्रास से आये गुलाब खास आम व विदेशी कहे जान वाला अल्फांसो आम (alphonso mango) लोगों को लुभा रहे हैं.
मार्केट में मद्रासी आम में गुलाब खास आम लोगों की पहली पसंद है. इसके अलावा यहां उड़ीसा का मालदा आम भी पसंद आ रहा है.
अल्फांसो आम की खरीदारी कर रही कंकड़बाग की मधु ने बताया कि मालदा आम का सीजन तो मई और जून में होता है, लेकिन अल्फांसो को लोग हमेशा पसंद करते हैं. यह महंगा होने के बावजूद लोगों की पसंद बना हुआ है.
अल्फांसो किलो के बजाय प्रति दर्जन से मिलता है. एक हजार रुपये लगभग आम की पेटी होती है. इसका स्वाद अन्य आमों से मीठा होता है. इसलिए लोग ज्यादा पसंद करते हैं.
आम के दाम
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मद्रासी आम – ~140 से 200 किलो
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उड़ीसा का मालदा आम- ~300 किलो
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अल्फांसो आम- ~1000 पेटी
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बंबइया आम- ~200 से 300 किलो
आम विक्रेता मनोज कहते हैं कि हर किसी को लोकल मालदा आम की ललक होती है. इसलिए लोकल मालदा आम का इंतजार कर रहे हैं.
महीना दिन के अंदर मालदा आम भी मार्केट में आ जायेगा. मालदा आम का बिजनेस हर साल सबसे ज्यादा होता है, लेकिन इस बार कोरोना को लेकर आम का बिजनेस मंदा है. बाहरी आम नहीं पहुंच पा रहे हैं.
आम विक्रेता विकास कहते हैं कि मालदा आम आने के पहले ओडिसा, कोलकाता और केरल से आम आ चुके हैं. अभी अल्फांसो और मद्रासी आम ही लोग खरीद पा रहे हैं. कुछ लोगों को अल्फांसो आम का शौक होता है. यह महंगा है, लेकिन शौकीन लोगों के लिए हमेशा से खास रहा है.
Posted by Ashish Jha