Bihar News: साठ वर्ष की उम्र तक गया शहर की सड़कों पर झाड़ू लगाने वाली चिंता देवी के सेवा भाव ने जनता को इतना प्रभावित किया कि अब उन्हें उसी शहर की डिप्टी मेयर की कुर्सी पर बिठा दिया. गया शहर के लोगों ने डिप्टी मेयर पद पर नगर निगम की सफाईकर्मी रह चुकी चिंता देवी को चुना है. नगर निगम के पूर्व सफाईकर्मी चिंता देवी को डिप्टी मेयर पद के लिए 50417 मत मिले. वहीं इनके निकटतम प्रतिद्वंद्वी दिव्या आनंद को 34754 मत मिले है. डिप्टी मेयर के जीत का अंतर 15663 वोटों का रहा है. जीत के बाद नयी डिप्टी मेयर ने बताया कि वह 2020 में नगर निगम के सफाईकर्मी के पद से रिटायर्ड हुईं. इसके बाद केदारनाथ मार्केट में सब्जी बेची. इस बार के चुनाव में उन्हें डिप्टी मेयर का पद रिजर्व होने की जानकारी मिली, तो नामांकन कर दिया. उसके बाद उनका सहयोग निवर्तमान मेयर व डिप्टी मेयर ने भी किया.
नगर निकायों के मुख्य पार्षद व उप मुख्य पार्षद के चुनाव में राज्य के कई दिग्गजों के नाते- रिश्तेदारों को पराजय का मुंह देखना पड़ा. पहली बार इन पदों के लिए भी मतादताओं ने वोट दिये थे. जिन प्रमुख प्रत्याशियों की पराजय हुई उनमें आरा में तरारी के माले विधायक सुदामा प्रसाद की पत्नी शोभा देवी और विधान पार्षद राधा चरण साह की भावज नीलम देवी, भागलपुर में जदयू विधायक गोपाल मंडल की पत्नी सविता देवी और कटिहार में बरारी विधायक विजय सिंह की पत्नी प्रेमलता देवी प्रमुख हैं. गया में मेयर पद पर पूर्वमुख्यमंत्री जीतनराम मांझी की बेटी सुनैना देवी निकटतम प्रतिद्वंद्वी भी नहीं रही.
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गया में गणेश पासवान फिर से मेयर चुने गये हैं. वहीं सफाईकर्मी रह चुकीं चिंता देवी को लोगों ने गया का डिप्टी मेयर चुना है. महिलाओं के लिए आरक्षित सीटों को छोड़ दें, तो छपरा, बिहारशरीफ, मुंगेर, पूर्णिया, मुजफ्फरपुर, मोतिहारी और सीतामढ़ी की भी मेयर महिलाएं ही बनी हैं. 27 नगर पंचायतों में महिलाएं मुख्य पार्षद बनीं हैं, जबकि 20 महिलाओं को जनता ने उप मुख्य पार्षद बनाया है. नगर निगम के मेयर पद पर निर्वाचित वीरेंद्र कुमार उर्फ गणेश पासवान व डिप्टी मेयर पद पर निर्वाचित चिंता देवी की जीत पर उन्हें लोगों ने बधाई दी.