पटना. राज्य में अल्पसंख्यकों द्वारा दलितों पर उत्पीड़न के आरोप पर लगाकर नीतीश सरकार के खिलाफ भाजपा नेताओं की बयानबाजी से उठा सियासी तूफान ठंडा होने का नाम नहीं ले रहा है. भाजपा प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल के बयान पर पलटवार करने वाले राष्ट्रीय अध्यक्ष के खिलाफ भाजपा के बयान से हम आक्रामक हो गयी है. पार्टी ने गठबंधन सरकार को चलाने के लिए को-आॅर्डिनेशन कमेटी का गठन करने की मांग रख दी है. भाजपा पर सरकार को अस्थिर करने का आरोप लगाया है.
हम ने भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष राजीव रंजन के बयान पर नाराजगी प्रकट की है, बल्कि एनडीए में को-ऑर्डिनेशन कमेटी की जरूरत समझाते हुए अपनी इस मांग को दोहरा दिया है. हम की को-आॅर्डिनेशन कमेटी की मांग पर सभी का ध्यान इसलिए भी गया है कि विधानसभा चुनाव में हम ने महागठबंधन में भी इस तरह की कमेटी बनाने की मांग रखी थी. मांग पूरी न होने पर मांझी महागठबंधन छोड़कर जदयू के साथ आ गये थे.
हम के राष्ट्रीय प्रवक्ता ने कहा है कि भाजपा के नेता सरकार में रहकर सीएम नीतीश की नीति को लेकर बयान दे रहे हैं. ये सही नहीं है. भाजपा के कुछ नेता सरकार को अस्थिर करने की कोशिश कर रहें हैं. सरकार के खिलाफ बयानबाजी करके विपक्ष को हमला करने का मौका दे रहे हैं. हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा शुरू मांग कर रहा है कि एनडीए में को-ऑर्डिनेशन कमेटी का गठन किया जाये. हम चाहते हैं कि एनडीए में जल्द- से- जल्द ये कमेटी नहीं बनी नहीं, तो हालात खराब हो सकते हैं.
बिहार में अभी एनडीए की सरकार में चार घटक दल हैं. हमारी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जीतन राम मांझी का लंबा राजनीतिक अनुभव रहा है. को-ऑर्डिनेशन कमेटी से प्रदेश के विकास में और बेहतर परिणाम देखने को मिलेंगे.
वीआइपी अध्यक्ष और मंत्री मुकेश सहनी ने बिहार में सरकार गिरने की किसी भी आशंकाओं को खारिज कर दिया है. श्री सहनी ने कहा कि एनडीए सरकार नहीं गिरेगी और पूरे पांच साल चलेगी. एक समाचार चैनल से बातचीत में मुकेश सहनी ने कहा कि वह और उनकी पार्टी सरकार से नाराज नहीं है. उन्होंने कहा कि हम सरकार से समर्थन वापस नहीं लेंगे. मजबूती से एनडीए में बने रहेंगे.
हम के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी के पूर्णिया के बायसी कांड पर दिये बयान के बाद भाजपा नेताओं का ट्वीट के जरिये पलटवार जारी है. भाजपा प्रदेश प्रवक्ता प्रेमरंजन पटेल ने ट्वीट कर कहा है कि राज्य सरकार बेहतर समन्वय के साथ चल रही है. भाजपा सबसे बड़ी पार्टी है व जदयू दूसरी सबसे बड़ी पार्टी है.
उनके नेतृत्व में यह सरकार विकास से जुड़े हर तरह के काम कर रही है. आपसी सामंजस्य में किसी तरह की कोई समस्या नहीं है. फिर भी कुछ लोग भ्रम पैदा करना चाहते हैं और एनडीए को कमजोर करना चाहते हैं. इसी वजह से ये लोग कुछ भी बयान देते रहते हैं. हालांकि, इनके मंसूबे कभी सफल नहीं होंगे. एनडीए सरकार इसी तरह बिना किसी बाधा के काम करती रहेगी. हालांकि प्रवक्ता ने जीतन राम मांझी का नाम कहीं नहीं लिया है. उन्होंने सिर्फ इशारों में ही उन पर पलटवार किया है.
इससे पहले भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष राजीव रंजन ने भी जीतन राम मांझी के बयान पर हमला किया था. उन्होंने ट्वीट कर कहा था कि अनुकंपा पर राजनीति करने वाले दलित नेताओं को कोई आईना दिखा दे, तो हाय-हाय करने लगते हैं. उन्होंने भी किसी का नाम नहीं लिया था. भाजपा नेताओं के हमले के बाद अभी तक हम या जदयू नेताओं की तरफ से कोई बयान सामने नहीं आया है.
Posted by Ashish Jha