पटना. रूपसपुर के रूकनपुरा स्थित मिरिडियन ग्रीन अपार्टमेंट से गिरफ्तार 16 साइबर शातिरों से पूछताछ के बाद कई खुलासे हुए हैं. मोबाइल जांच में कई बड़े अधिकारियों से ठगी का मामला सामने आया है. दिल्ली पुलिस फिर पटना समेत नालंदा, नवादा व शेखपुरा में छापेमारी करने आयेगी. गिराेह अब भी इन जिलाें में ऑपरेट कर रहा है. हैरत की बात यह कि पुलिस ने जब वाट्सएप जांच की, तो अलग-अलग तरह के कई सारे मैसेंजर और वीडियो कॉलिंग एप मिले हैं. उनमें कई अधिकारी के नंबर मिले. वाट्सएप पर विभिन्न महिलाओं की तस्वीरें लगाये हुए थे.
दिल्ली पुलिस द्वारा की गयी पूछताछ में गिरोह के शातिरों ने बताया कि रकम नहीं देने वालों को वे बार-बार वीडियो कॉल, चैट और फोटो इडिट कर वायरल करने की धमकी देते थे. यही नहीं, सीबीआइ अधिकारी या दिल्ली पुलिस का अधिकारी बन फाेन करते थे और कहते थे कि तुम्हारा एक अन्य लड़की के साथ न्यूड फोटो मिलने की शिकायत मिली है. अगले व्यक्ति को यकीन दिलाने के लिए शातिर फर्जी सीबीआइ व दिल्ली पुलिस का फर्जी आइडी भेज देते थे.
पटना से इस पूरे गिरोह को हैंडल नागेश करता था. उसी के द्वारा फर्जी आइडी कार्ड शुक्रवार की रात काे दिल्ली पुलिस इन सबाें के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट लेकर आयी और फिर स्थानीय पुलिस की मदद से छापेमारी की. गिराेह में सबसे शातिर बेंगलुरु का नागेश है. वह एड प्रमाेटर है. मिनागेश ने बिहार के अन्य जिलों में रहने वाले शातिरों के बारे में बताया है जल्द ही पुलिस फिर से विभिन्न जिलों में छापेमारी करेगी.
विवेक कुमार- सिजुआ, धनबाद, अजय कुमार- चास, बाेकाराे, रमेश कुमार, शिवा कुमार, श्रीनू एस, यदेव, वैधित्य चिन्ना और कतरावैद्य – हैदराबाद, राजेश अाैर सुंशात कुमारशेखपुरा, अमन अाैर अनीश – शेखुपुर सराय, शेखपुरा, नागेश कुमारबेंगलुरु, आदित्य- गाेवर्धन बिगहा, नालंदा, मुरारी- मानपुर, नालंदा, बिट्टू- वजीरगंज, गया, नवलेश- मंझवे, नवादा, आनंद कुमार, सन्नी, अविनाश कुमार, प्रिंस कुमार गुप्ता- कतरीसराय, नालंद.