छपरा में गोलगप्पा खाने के बाद फूड प्वाइजनिंग के शिकार हुए कई लोग, चिकित्सकों ने बताया डायरिया से संक्रमित
छपरा के मांझी से बड़ी खबर सामने आ रही है. मांझी प्रखंड में कई लोग डायरिया से संक्रमित पाये गये है. सभी लोगों का इलाज प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में चल रहा है.
छपरा के मांझी नगर पंचायत के मिंया पट्टी तथा थाना बाजार मुहल्ले में फूड प्वाइंजनिंग का शिकार हुए पांच लोगों को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया. एक साथ इतने लोगों के फूड प्वाइजनिंग का शिकार होने की सूचना मिलते ही स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड में आ गया. बीमार लोगों ने पहले बताया कि रात में पालक व गोलगप्पा खाया था. जिसके बाद तबीयत बिगड़ी. लेकिन बाद में जब चिकित्सकों ने जांच की तो, फूड प्वाइंजनिंग नहीं, बल्कि डायरिया व हैजा के लक्षण मिले.
मिंया पट्टी के अलावा थाना बाजार से भी डायरियां पीड़ित कुछ मरीज इलाज के लिए पहुंचे थे. ऐसे में प्रखंड में डायरिया व हैजा के मरीज सामने आते ही सदर अस्पताल से भी चिकित्सकों की टीम को बुलाया गया. प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी रोहित कुमार ने बताया कि सभी बीमारों के इलाज के लिए चिकित्सकों की टीम लगायी गयी है. उन्होंने बताया कि गंदा पानी व दूषित भोजन के कारण डायरिया के चपेट में स्थानीय लोग आये है. जिनका समुचित इलाज किया जा रहा है. बीमार लोगों में मियां पट्टी पंचायत की सलमा खातून, कुंदन कुमार, नीतीश, मंजू देवी, पूजा कुमारी, प्रतिभा शर्मा आदि शामिल है.
पंचायत में सप्लाइ का पानी गंदा होने से फैल रही महामारी
ग्रामीणों ने बताया कि उनके इलाके में सप्लाइ का पानी गंदा आ रहा है. इलाके में हर जगह कचरा फैला है. कई जगह पाइप लाइन में लीकेज है. मुहल्ले के कुछ लोगों का कहना था कि इसके पहले भी यहां के लोगों को पेट दर्द व उलटी की शिकायत आयी है. वहीं पीड़ित नीतीश कुमार, पूजा कुमारी, कुंदन आदि ने बताया कि अन्य दिनों की तरह ही वह रात में खाना खाकर सोने की तैयारी में थे. जिसके बपद अचानक तबीयत बिगड़ने लगी. जिसके बाद पड़ोस के लोगों के पेट दर्द की भी शिकायत मिली. ऐसे में सभी एक साथ पीएचसी में भर्ती हुए.
क्या कहते हैं चिकित्सक
दूषित भोजन करने या गंदा पानी पीने के कारण नगर पंचायत के कुछ लोग डायरिया की चपेट में आये है. सभी का इलाज स्वास्थ्य केंद्र में किया जा रहा है. स्थिति नियंत्रण में है. बचाव के लिये पानी को उबालकर पीना चाहिए. वहीं खान-पान में भी सावधानी बरतनी चाहिए . -डॉ रोहित, प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, पीएचसी, मांझी