बिहार में अटकी हुई हैं कई रेल परियोजनाएं, कहीं रेलवे से नहीं मिली राशि, तो कहीं मुआवजे को लेकर आई रुकावट

मंत्री आलोक मेहता ने सभी जिला भू अर्जन पदाधिकारियों को निर्देश दिया है कि विभाग के स्तर पर किसी भी तरह की लापरवाही नहीं होनी चाहिए. मुआवजा और रैयत की समस्याओं के निराकरण आदि के लिए रेलवे और संबंधित अन्य प्राधिकारों से समन्वय बनाये रखने को कहा है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 30, 2023 10:52 PM

राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग के मंत्री आलोक मेहता ने रेल परियोजनाओं के लिए की जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया को जल्द से जल्द पूरा करने के निर्देश दिये हैं. बिहार में करीब एक दर्जन रेल परियोजनाओं के लिए जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया चल रही है. अधिकतर परियोजना मुआवजा के स्तर पर ही हैं. मंत्री आलोक मेहता ने सभी जिला भू अर्जन पदाधिकारियों को निर्देश दिया है कि विभाग के स्तर पर किसी भी तरह की लापरवाही नहीं होनी चाहिए. मुआवजा और रैयत की समस्याओं के निराकरण आदि के लिए रेलवे और संबंधित अन्य प्राधिकारों से समन्वय बनाये रखने को कहा है.

बिहारशरीफ-शेखपुरा नयी रेल लाइन प्रस्तावित परियोजना : नारायणपुर मौजा में 200- रैयत है विस्तार से प्रतिवेदन की मांग की गयी है तथा रेलवे को दखल कब्जा सौंपने के लिए निर्देशित किया गया है.

अररिया- गलगलिया नयी रेल लाइन परियोजना : अररिया जिलांतर्गत में भूअर्जन की कार्रवाई पूर्ण करते हुए दखल- कब्जा अधियाची विभाग को सौंप दी गयी है. 80 प्रतिशत मुआवजा राशि बांट दी है ,लेकिन बीस फीसदी रैयत रेलवे द्वारा मुआवजा वितरण पूरा नहीं किये जाने के कारण कार्य में बाधा उत्पन्न कर रहे हैं. किशनगंज जिला में ही इस परियोजना के लिए 40 एकड़ भूमि का मुआवजा वितरण मामला लंबित है. मंत्री ने मार्च तक कार्रवाई पूर्ण कर लेने के निर्देश दिये हैं.

दरभंगा बाइपास रेल लाइन दोहरीकरण : रेलवे से 175. 00 करोड़ मिला है . रैयतों को लगभग 48.00 करोड का मुआवजा का भुगतान कर दिया गया है. अतिरिक्त 100.00 करोड़ वापस कर दिया .

राजेंद्र पुल एडिशनल ब्रिज का काम प्रभावित: रामपुर — दुमरा – ताल – राजेंद्र पुल एडिशनल ब्रिज के लिए पटना में 24.475 एकड़ भूमि का अर्जन करने को 19.09 करोड़ रुपये मिले हैं, लेकिन बड़ी संख्या में रैयतों द्वारा मुआवजा नहीं लिया जा रहा है. इस कारण जमीन अधिग्रहण का कार्य रुका हुआ है.

बाढ़-बख्तियारपुर थर्ड बड़ी नयी रेल लाइन (बख्तियारपुर फ्लाइ ओवर) : प्रस्तावित परियोजना के लिए पटना जिला में कुल 12.2415 एकड़ भूमि के अर्जन की कार्रवाई में प्राप्त 14.41 करोड़ में से कुल 10.00 करोड़ की राशि वितरित की गयी है. शेष मामले को न्यायालय को संदर्भित कर रेलवे को दखल कब्जा सौंप दिया गया है.

अररिया- सुपौल नयी रेल लाइन में 146.0 करोड़ का वितरण: अररिया- सुपौल नयी रेल लाइन में अररिया जिला में 767.23 एकड भूमि का अर्जन प्रस्तावित है. कुल 116.092 एकड़ भूमि के अर्जन की प्रारंभिक अधिसूचना का प्रकाशन कर दिया गया है. कुल राशि 237.647 करोड़ में 146.0 करोड़ का का वितरण किया गया है.

छपरा-मुजफ्फरपुर नयी रेल लाइन परियोजना : कुल 480.705 एकड़ के लिए मिले 204, 00 करोड़ में से 147.00 करोड़ की राशि वितरित की गयी है.

हाजीपुर-सुगौली रेल लाइन परियोजना: पूर्वी चंपारण में दो चरणों में कुल 818.72 एकड़ भूमि का अर्जन किया जाना है. प्रथम चरण में 28 मौजा की कुल 228 18 एकड भूमि का अर्जन कर दखल कब्जा रेलवे को सौंप दिया गया है. द्वितीय चरण के 21 मौजा में से 18 मौजों की भूमि का दखल कब्जा रेलवे को सौंपा गया है. तीन मौजा के 208.0966 एकड भूमि के डीपीआर प्रक्रियाधीन है.

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