Bihar News: नक्सली संगठन के दस्ता सदस्य 22 वर्षीय नकुल कोड़ा को जमालपुर एसटीएफ ने शनिवार की रात धरहरा थाना क्षेत्र के दशरथपुर के समीप गिरफ्तार किया है. हालांकि उसके पास से कोई हथियार तो बरामद नहीं हुआ, लेकिन वह रेलवे ट्रैक उड़ाने अथवा किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने के लिए दशरथपुर में घूम रहा था.
एसटीएफ की टीम ने इस मामले में एक अन्य व्यक्ति को भी हिरासत में लिया है. जिसका आपराधिक एवं नक्सलियों से संलिप्तता की जांच की जा रही है. नकुल की गिरफ्तारी से मुंगेर रेंज के पुलिस को बड़ी राहत मिली है. उस पर मुंगेर, लखीसराय एवं जमुई जिलों में एक दर्जन से अधिक नक्सली वारदात को अंजाम देने के मामले दर्ज हैं, जिसमें उसने अपनी संलिप्तता भी स्वीकार की है.
दशरथपुर बाजार से हुई गिरफ्तारी
बताया जाता है कि 20 नवंबर को नक्सली बंदी के दौरान नक्सली संगठन धरहरा व लड़ैयाटांड थाना क्षेत्र में बड़ी घटना को अंजाम देने की फिराक में था. इसकी रैकी के लिए नकुल कोड़ा पहाड़ से उतारा और एक व्यक्ति के साथ इधरउधर की रेकी करने के बाद दशरथपुर हटिया पहुंचा, जहां उसने सैलून में अपना बाल कटिंग कराया और दशरथपुर रेलवे स्टेशन के ईद-गिर्द रेकी शुरू की. इसी दौरान जमालपुर एसटीएफ को सूचना मिली कि नकुल कोड़ा दशरथपुर में घूम रहा है.
एसटीएफ ने घेराबंदी कर छापेमारी की और रात में दशरथपुर हटिया के समीप से उसे गिरफ्तार कर लिया. पूछताछ के दौरान उसने बताया कि वह अपना इंसास और 200 राउंड गोली पहाड़ पर मौजूद अपने साथी कुख्यात नक्सली बीडीओ कोड़ा एवं सुरेश कोड़ा के पास छोड़ आया है. वह घटना को अंजाम देने के लिए रेकी करने पहाड़ से उतरा था.
बड़ी नक्सली घटनाओं में उसने स्वीकारी संलिप्तता
बताया जाता है कि 22 अक्तूबर को लखीसराय जिले के पीरीबाजार थाना क्षेत्र अंतर्गत चैरा राजपुर पंचायत के चौकड़ा गांव से नक्सलियों ने डीलर भागवत प्रसाद के पुत्र दीपक कुमार का अपहरण कर लिया था. उसकी टोह में गये पुलिस टीम से चौखरा के नजदीक ही भगतपुर से सटे पहाड़ी के पास मुठभेड़ भी हुआ था. जिसमें नक्सली प्रमोद कोड़ा मारा गया और पुलिस ने एक एके-47 बरामद भी बरामद की थी. इस घटना में उसने अपनी संलिप्तता स्वीकार की.
Posted by: Radheshyam Kushwaha