बिहार में निजी क्षेत्र के एंबुलेंसों की तीन महीने में की जायेगी मैपिंग, लोगों को मिलेगी ये सुविधा
राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक को इसकी जिम्मेदारी सौंपी गयी है. विभाग द्वारा राज्य के 10 मेडिकल कॉलेज अस्पतालों को भी ट्रॉमा सेंटर लेवल -2 सेंटर घोषित किया गया है.
पटना . स्वास्थ्य विभाग ने राज्य के निजी क्षेत्र में संचालित होनेवाले सभी एंबुलेंसों की मैपिंग करने का निर्देश दिया है.
राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक को इसकी जिम्मेदारी सौंपी गयी है. विभाग द्वारा राज्य के 10 मेडिकल कॉलेज अस्पतालों को भी ट्रॉमा सेंटर लेवल -2 सेंटर घोषित किया गया है.
विभाग द्वारा सर्वोच्च न्यायालय की सड़क सुरक्षा पर गठित समिति के निर्देश के आलोक में स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव ने इसकी समीक्षा भी की थी.
अब समिति को कहा गया है कि वह जिलों के निजी क्षेत्र में कार्यरत सभी एंबुलेंसों की मैपिंग करे. इससे हर जिले में निजी क्षेत्र में कार्यरत एंबुलेंसों की उपलब्धता का आकलन किया जा सके.
साथ ही उन्हें राज्य के कॉमन इमरजेंसी फोन नंबर के साथ मैपिंग करने की जिम्मेदारी भी समिति को दी गयी है. इसके लिए विभाग द्वारा तीन माह का समय दिया गया है.
इधर विभाग ने साथ ही राज्य के 10 मेडिकल कॉलेज अस्पतालों में पीएमसीएच पटना, एनएमसीएच पटना, डीएमसीएच दरभंगा, एसकेएमसीएच मुजफ्फरपुर, एएनएमसीएच गया, जेएलएनएमसीएच भागलपुर, विस्म पावापुरी, जीएमसीएच बेतिया, जीएमसीएच मधेपुरा और एम्स पटना को ट्रॉमा लेवल -2 की सेवाओं के लिए ट्रॉमा सेंटर के रूप में अधिसूचित कर दिया है.
Posted by Ashish Jha