सुबोध कुमार नंदन/ पटना. इस बार श्रीकृष्ण जन्माष्टमी 19 अगस्त को मनायी जायेगी. ऐसे में राजधानी के बाजारों में रौनक है. कान्हा की निराली बांसुरी, परिधान, पगड़ी, मुकुट, सुंदरसुंदर झूले और रंग-बिरंगी मटकी तो देखते ही बन रही है. वहीं, कान्हा को गर्मी न लगे, इसे देखते हुए कूलर और पंखा भी बाजार में आ गया है, जो बैटरी से चलता है. कूलर और पंखा एक बार चार्ज होने पर दो से तीन घंटे तक चलते हैं. साथ ही हाथ वाला मेटल का फैंसी पंखा भी है. धूप से बचाने के लिए फोल्डिंग रंग-बिरंगा छाता भी उपलब्ध है. इसके अलावा कान्हा के लिए खड़ाऊ, चप्पल, टापूर मुकुट, स्प्रे, मच्छरदानी आयी है. सोने के लिए दीवान पलंग, पलंग और खटिया भी मौजूद हैं, जो श्रीकष्ण भक्तों को काफी आकर्षित कर रहे हैं.
कारोबारियों ने बताया कि दो साल बाद जन्माष्टमी को लेकर लोगों में काफी उत्साहहै. लोग जम कर खरीदारी कर रहे हैं, इसलिए उम्मीद है इस बार अच्छा कारोबार होगा. एक अनुमान के अनुसार पटना में 15 से 20 करोड़ का कारोबार है. पिछले साल की तुलना में इस बार कीमत में 10 से 15 फीसदी तक का इजाफा हुआ है. अधिकतर सामान मथुरा, वृंदावन, दिल्ली और राजस्थान से आता है. कारोबारी संजय की मानें, तो पिछले पांचछह साल में जन्माष्टमी का बाजार काफी बढ़ाहै. यही कारण है कि जन्माष्टमी का बाजार अब हर मुहल्ले में सजने लगा है.
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झूला लकड़ी -200 से -1500
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झूला पीतल – 400 से – 6000
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पंखा -150
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कूलर – 250
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खिलौना (सेट) – 350
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राधा-सखी सेट -150 से – 350
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ऐनक -150 से – 400
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दीवान पलंग – 200 से – 500
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लकड़ी का हाथी (सेट) -300
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पलना स्पेशल -1000 से -7500
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नजरबट्टू -100
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परिधान – 20 से – 4000
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जड़ी मुकुट -50 से -2000
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स्पेशल बॉल -30 से -200
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पगड़ी -20 से -500
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मेहराब -10 से -1000
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बाल गोपाल -200 से -8000
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खटिया -150 से -500
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फूल बंगला -300 से -600
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टापूर मुकुट – 450
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हाथ पंखा -80 से -100
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कामधेनु गाय मेटल -200 से -2000
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कामधेनु गाय -400 से -8000
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मटकी -100 से -150
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कान्हा का डोलची -100 से -300
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1- कदमकुआं स्थित श्री पूजा भंडार के शिव कुमार के अनुसार भगवान कृष्ण जन्माष्टमी को लेकर खरीदारी शुरू हो गयी है. आने वाले दिनों में बिक्री बढ़ने की उम्मीद है. बंसी, मटकी, पोशाक, मोर पंख, मोती, झूला, बाजूबंद, आसन सहित सब कुछ नये लुक में मंगवाये गये हैं. मोतियों की माला की डिमांड है. नये लुक में पोशाक लोगों की काफी आकर्षित कर रही है. मुरली भी कई डिजाइन में मौजूद हैं. कृष्ण जी की झांकी सजाने के लिए भी एक से बढ़कर एक आइटम मौजूद हैं.
2- बोरिंग रोड के अशोक कुमार ने बताया कि बाजारों में कन्हैया की पोशाक, सिंहासन, पालने, मुकुट, परिधान आदि की भरमार है. ग्राहक अपनी पसंद के सामान खरीद रहे हैं. इसके अलावा बाजार में लड्डू गोपाल भी विभिन्न आकार में मौजूद हैं. लकड़ी, पीतल और मेटल का लोगों द्वारा लड्डू गोपाल बहुत पसंद किया जा रहा है.