पटना. राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव और पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी बुधवार को अपनी शादी की 49वीं सालगिरह मना रहे हैं. राजद सुप्रीमो की शादी एक जून 1973 को हुई थी. उस वक्त लालू यादव की उम्र 25 साल थी और राबड़ी 14 साल की थीं. दोनों की शादी अरेंज मैरेज थी. लेकिन राबड़ी देवी के परिजनों ने शादी का जमकर विरोध किया था.
लालू यादव के तंगहाली के दिनों में राबड़ी देवी उनके साथ खुशी से रहीं और कभी शिकायत नहीं किया. राबड़ी के इस व्यवहार के लालू कायल रहे. शादी की सालगिरह हो या जन्मदिन या कोई और मौका दोनों इस खास मौके पर गुलाब देते हैं. राबड़ी देवी अपने पति लालू यादव को लाल गुलाब देती हैं.
49 साल के इस वैवाहिक जीवन के सफर में लालू यादव और राबड़ी देवी ने कई उतार-चढ़ाव देखे. लालू प्रसाद की शादी बेशक अरेंज मैरेज थी, लेकिन उनकी शादी में जबरदस्त हंगामा हुआ था. राबड़ी देवी के कई परिजन इस बात से नाराज थे कि दूल्हा साधारण परिवार से हैं.
राबड़ी के चाचा ने तो शादी के दिन भी इस फैसले के विरोध में हंगामा किये. दरअसल राबड़ी देवी का परिवार गांव समाज में एक संपन्न परिवार के रूप में जाना जाता था. जबकि लालू यादव गरीब और साधारण घर से थे. उस वक्त लालू परिवार को एक-एक पैसे की तंगी थी. लालू का घर झोपड़ी का था.
लालू प्रसाद को दामाद के रूप में चयन राबड़ी देवी के पिता ने किया था. वो अपनी लाडली के लिए लालू प्रसाद से बेहतर किसी को नहीं समझते थे. उन्होंने विरोध कर रहे परिजनों को दो टूक कह दिया कि बेशक लड़के का परिवार गरीब है, लेकिन लड़का होनहार है.
राबड़ी देवी के परिवार के लोग शादी के बाद धीरे-धीरे लालू प्रसाद को स्वीकार करने लगे. लालू प्रसाद की शादी में उनको ससुराल से खूब उपहार मिला. राबड़ी देवी के पिता ने शादी के समय सोना, 20 हजार रुपए नकद, पांच बीघा जमीन और दो गाय उपहार में दी थी.