बिहार: अरवल पहुंचा मेजर मनोज कुमार का पार्थिव शरीर, अरुणाचल प्रदेश में बर्फ के नीचे दबने से हुए थे शहीद
अरुणाचल प्रदेश में पेट्रोलिंग के दौरान बर्फ के नीचे दबने से बिहार के अरवल निवासी मेजर मनोज कुमार शहीद हो गए थे. उनका पार्थिव शरीर शुक्रवार को अरवल जिला अंतर्गत लोदीपुर गांव पहुंचा. पूरा गांव शोक में डूबा हुआ है. राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा.
Bihar News: अरुणाचल प्रदेश में भारत-चीन सीमा पर पेट्रोलिंग के दौरान बिहार के अरवल जिले के लोदीपुर गांव निवासी मेजर मनोज कुमार बड़ा हादसा का शिकार बन गए थे. पेट्रोलिंग के दौरान बर्फ में दबने से मेजर मनोज शहीद हो गए थे. उनके शहादत की खबर सुनते ही उनका पूरा गांव शोक में डूबा हुआ है. अपने लाल की शहादत पर बिहार में मायूसी छायी हुई है. वहीं शुक्रवार को उनका पार्थिव शरीर अरुणाचल प्रदेश से बिहार लाया गया. शहीद मेजर का पार्थिव शरीर अरवल पहुंचने पर जिले के डीएम, एसपी, डीएसपी, एसडीओ व अन्य पदाधिकारियों ने श्रद्धांजली अर्पित की. बड़ी तादाद में ग्रामीण लोदीपुर गांव में शहीद की एक झलक देखने को जमा हुए थे. शहीद मेजर के पार्थिव शरीर को देखते ही उनके गांव में लोग मायूसी में डूब गए. अरवल सोन नदी के तट पर राजकीय सम्मान के साथ उनके पार्थिव शरीर का दाह संस्कार किया जाएगा.
लोदीपुर गांव में शोक की लहर
बता दें कि अरुणाचल प्रदेश में भारत-चीन सीमा पर पेट्रोलिंग के दौरान बर्फ में दबने से अरवल जिले के लोदीपुर गांव निवासी मेजर मनोज कुमार शहीद हो गये. इस घटना की सूचना मेजर के पिता अशोक कुमार प्रभाकर को मंगलवार की सुबह मिली, तो घर में कोहराम मच गया. अशोक कुमार भी आर्मी से रिटायर हैं और फिलहाल रेलवे में कार्यरत हैं. उन्होंने बताया कि सोमवार की रात ही उन्होंने अपने पुत्र मनोज कुमार से व्हाट्सएप कॉल पर बात की थी और मंगलवार की सुबह नौ बजे यह मनहूस खबर मिली.
डेढ़ साल पहले हुई थी मेजर की शादी
शहीद मेजर के पिता ने बताया कि मनोज कुमार ने जून 2016 में नालंदा सैनिक स्कूल से पास करने के बाद एनडीए कंप्लीट कर सेना में योगदान दिया था. मात्र डेढ़ वर्ष पूर्व धूमधाम से उनकी शादी हुई थी. शादी के बाद से उनका परिवार कानपुर में रहता है. मनोज कुमार अपने छह भाइयों में सबसे बड़े थे. उनके शहीद होने की सूचन के बाद पूरे गांव में मातम पसरा हुआ है. पिता ने बताया कि उनको सिर्फ इतनी जानकारी है कि ड्यूटी करते समय बेटा शहीद हो गया. विस्तृत जानकारी सेना मुख्यालय को दी गयी है. शहीद का शव बुधवार को लोदीपुर गांव पहुंचा है. उनका अंतिम संस्कार अरवल सोन नदी के तट पर सैनिक सम्मान के साथ किया जायेगा.
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कैंडल मार्च निकाल शहीद मेजर को दी गयी श्रद्धांजलि
इधर, अरूणाचल प्रदेश में शहीद हुए जवान की याद में राजाबाजार दौलतपुर नवयुवक संघ द्वारा कैंडल मार्च निकाल भावभीनी श्रद्धांजलि दी गयी. कैंडल मार्च राजबाजार दौलतपुर से निकलकर अरवल मोड़ तक गया जहां दो मिनट का मौन रख कर मृत आत्मा की शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना किया गया. कैंडल मार्च के दौरान शहीद जवान अमर रहे के नारे भी लगाये गये.