नीट पेपर लीक मामले में बिहार की आर्थिक अपराध इकाई (इओयू) वैशाली के अतुल वत्स और अंशुल सिंह को तलाश रही है. पुलिस सूत्रों के अनुसार अब तक की जांच में मिले सुरागों के आधार पर अतुल और अंशुल को ही बिहार में नीट पेपर लीक का मास्टरमाइंड माना जा रहा है. इन दोनों ने ही खेमनीचक में प्रश्न-पत्र रटवाने वाले अमित आनंद और नीतीश कुमार को प्रश्न-पत्र की प्रति वाट्सएप पर भेजी थी.
गिरफ्तार आरोपियों ने उगले नाम
इन दोनों ने प्रश्न-पत्र की प्रति वाट्सएप पर भेजे के साथ ही उत्तर-कुंजी भी उपलब्ध करायी गयी थी. गिरफ्तार आरोपितों से पूछताछ में इन दोनों के बारे में अहम जानकारी मिली है, जिसका सत्यापन इओयू कर रही है. इसके साथ ही इओयू की एक टीम को इन दोनों की तलाश में भी लगाया गया है. इसके पूर्व भी प्रतियोगी परीक्षाओं के प्रश्न-पत्र लीक में दोनों के नाम सामने आ चुके हैं.
जल्द ही केंद्र को रिपोर्ट भेजेगी इओयू
वहीं, नीट पेपर लीक मामले की जांच कर रही आर्थिक अपराध इकाई जल्द ही केंद्र सरकार को अपनी रिपोर्ट भेजेगी. शिक्षा मंत्रालय ने इओयू से पूरे मामले की रिपोर्ट तलब की है. इसको लेकर गुरुवार को दिनभर इओयू कार्यालय में हलचल रही. अधिकारियों की कई राउंड में बैठकें हुईं. इओयू की टीम नीट पेपर लीक मामले में अब तक मिले प्रमाण और बयानों को एकत्र कर रिपोर्ट तैयार कर रही है. इसे जल्द ही मंत्रालय के सुपुर्द किया जायेगा.
गिरफ्तार अभ्यर्थियों का कबूलनामा
बता दें कि गिरफ्तार आरोपित अभ्यर्थियों और सॉल्वर गिरोह के सेटरों ने पुलिस के सामने कई अहम कबूलनामा किया है. उन्होंने परीक्षा से पहले प्रश्न-पत्र रटवाए जाने की बात कबूल कर ली है. अभ्यर्थियों ने इओयू को बताया है कि किस तरह उनकी डील हुई थी और पटना में एक सेफ हाउस में बैठाकर उन्हें प्रश्नों के उत्तर रटवाए गए थे. पुलिस मामले की जांच कर रही है.