मौनी अमावस्या को लेकर मिथिलांचल के कांवरियों का जत्था अजगैबीनाथ सुलतानगंज बुधवार को पहुंचने लगा है. पांच लाख कांवरियों के गुरुवार देर शाम तक पहुंचने की उम्मीद है. घाट पर नगर परिषद ने बेहतर व्यवस्था की है. बिहार के सीतामढ़ी, मधुबनी, समस्तीपुर, दरभंगा सहित उत्तर बिहार के कांवारियां मौनी अमावस्या पर जल भरकर बाबा धाम जायेंगे. बुधवार को घाट पर कांवरिया भजन-कीर्तन कर पूजा अर्चना करने में जुट गये हैं. नगर परिषद की ओर से पेयजल, शौचालय, रोशनी की व्यवस्था की गयी है. गंगा घाट पर कांवरियों के सुरक्षित स्नान के लिए बांस बैरिकेडिंग का इंतजाम किया गया है. गोताखोर और एसडीआरएफ टीम तैनात की गयी है.
महिलाओं के वस्त्र बदलने की होगी व्यवस्था
घाट पर महिलाओं को वस्त्र बदलने के लिए चेंजिंग रूम बनाया गया है. कार्यपालक पदाधिकारी अभिनव कुमार ने बताया कि मौनी अमावस्या को लेकर घाट पर विशेष रूप से साफ-सफाई का इंतजाम किया गया है. अतिरिक्त सफाई कर्मियों की प्रतिनियुक्ति जहाज घाट और सीढ़ी घाट पर की गयी है. गंगा घाट पर स्थाई शौचालय व चलंत शौचालय का इंतजाम किया गया है. पीएचइडी ने पेयजल की मुकम्मल व्यवस्था की है. चापाकल दुरुस्त कर लिया गया है. सप्लाई पानी भी कांवरियों को उपलब्ध करायी जायेगी. थानाध्यक्ष प्रिय रंजन ने बताया कि गंगा घाट पर सौ से अधिक पुलिस बल की तैनाती की गयी है, जिसमें महिला सिपाही भी शामिल हैं.
शहर में आज से बड़े वाहनों के प्रवेश पर रोक
मौनी अमावस्या को लेकर सुलतानगंज शहर में बड़े वाहनों पर गुरुवार से नो एंट्री है. मुंगेर से आने वाले वाहनों को कृष्णगढ़ मोड़ पर भूदान में पार्किंग कराया जायेगा, जबकि भागलपुर से आने वाले वाहनों को प्रखंड कार्यालय परिसर में पार्किंग कराया जायेगा. देवघर तारापुर की ओर से आने वाले वाहनों को एके गोपालन कॉलेज परिसर में पार्किंग की व्यवस्था की गयी है.थानाध्यक्ष ने बताया कि कृष्णगढ़ चौक से अपर रोड में जाम की स्थिति से निबटने के लिए सभी वाहनों को स्टेशन रोड से बायपास होते जाने की इजाजत होगी. चौक बाजार से घाट रोड में छोटे-बड़े सभी प्रकार के वाहनों के प्रवेश पर रोक रहेगी. जगह-जगह बैरियर बनाया गया है.
घर से पैदल यात्रा कर पहुंचे सीढ़ी घाट
बिहार के मधुबनी, दरभंगा, सीतामढ़ी, समस्तीपुर सहित उत्तर बिहार के कई जिलों से कांवरियों का जत्था पैदल सुलतानगंज गंगा घाट पहुंचा. मधुबनी दरभंगा के कांवरियों ने बताया कि मौनी अमावस्या के दिन जल उठा कर हम लोगों की बाबा धाम जाने की परंपरा वर्षों से चली आ रही है. घर से ही कीर्तन करते हुए पैदल यात्रा कर कल सुलतानगंज पहुंचे हैं. यहां दो दिनों तक गंगा घाट पर भजन कर्तन करने के बाद मौनी अमावस्या के दिन गंगाजल भरकर बाबा धाम रवाना होंगे. गंगा घाट पर कांवरियां टेंट लगाकर ठहरे हैं. कांवरियाें ने बताया कि घाट पर ठंड से बचने के लिए अलाव की व्यवस्था नहीं है, जिससे थोड़ी परेशानी हाे रही है.