Bihar Weather : बिहार के कई हिस्सों में 48 घंटे तक बारिश के आसार, मेघ गर्जन के साथ वज्रपात की चेतावनी
मौसम विभाग के अनुसार गया और रोहतास के साथ-साथ इसकी निकटवर्ती क्षेत्र में अगले 48 घंटे में भारी बारिश की आशंका है. इसको लेकर अलर्ट भी जारी किया गया है. अगले-दो से तीन दिन बिहार में पुरवैया हवा की रफ्तार 25 से 30 किलोमीटर प्रति घंटे तक पहुंच सकती है.
बिहार में आसमान से बरस रहा वज्रपात का कहर अभी जारी रहेगा. सोमवार को इसकी चपेट में आने से कई लोगों की मौत हो गई थी वहीं कई अन्य लोग घायल हो गए थे. ऐसे में लोगों को इससे बचने की चेतावनी दी गयी है.
वज्रपात को लेकर अलर्ट
दरअसल बंगाल और उड़ीसा में कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है. इसकी वजह से प्रदेश की हवा में नमी की मात्रा बढ़ी हुई है. और गर्मी भी अच्छी खासी है. ऐसी स्थिति में अगले तीन-चार दिन प्रदेश के विभिन्न इलाकों में मेघ गर्जन के साथ जबरदस्त वज्रपात के आसार बने हुए हैं. इसको लेकर प्रदेश भर में अलर्ट जारी किया गया है.
48 घंटे में भारी वर्षा की आशंका
आइएमडी पटना के मुताबिक गया और रोहतास के साथ-साथ इसकी निकटवर्ती क्षेत्र में अगले 48 घंटे में भारी वर्षा की भी आशंका है. इसको लेकर मौसम विज्ञान विभाग ने चेतावनी भी दी है. अगले-दो से तीन दिन बिहार में पुरवैया हवा की रफ्तार 25 से 30 किलोमीटर प्रति घंटे तक पहुंच सकती है.
अभी तक 160 मिलीमीटर बारिश
दरअसल बंगाल की खाड़ी से लेकर पश्चिमी बंगाल, उड़ीसा में बने कम दबाव के क्षेत्र की वजह से यह मौसमी दशा बन रही है. फिलहाल जुलाई -अगस्त में बिहार में हुई कम बरसात की पूर्ति सितंबर माह में धीरे-धीरे हो रही है. अकेले सितंबर में अभी तक 160 मिलीमीटर बारिश हो चुकी है. अगस्त तक बिहार में केवल 486 मिलीमीटर बारिश हुई थी. 20 सितंबर तक प्रदेश में 646 मिलीमीटर बारिश दर्ज की जा चुकी है.
Also Read: बिहार में रजिस्ट्री कराना अब हुआ आसान, मधुबनी छोड़ सभी जिलों में शुरू हुई नयी बस सेवा
सितंबर तक होती रहेगी बारिश
मौसम पूर्वानुमान की रिपोर्ट के मुताबिक बिहार में अभी अगले दस दिन लगातार सामान्य से मध्यम बारिश होती रहेगी. बिहार से मॉनसून लौटने की परिस्थिति नहीं बन रही है. हालांकि राजस्थान के कुछ हिस्सों से दक्षिणी-पश्चिमी मॉनसून के लौटने की शुरुआत हो गयी है. मौसम विज्ञानियों का मत है कि बिहार से दक्षिण-पश्चिमी मॉनसून की विदायी सितंबर के बाद ही होगी. सामान्य तौर पर पूरे बिहार से दक्षिण-पश्चिम मॉनसून की विदाई 25 सितंबर तक हो जाती रही है.