बिहार में लोगों को ‘लू’ जैसी स्थिति से कोई राहत मिलती नहीं दिख रही है राज्य में कम से कम पांच स्थानों पर पारा 43 डिग्री सेल्सियस के स्तर को पार कर गया है. बिहार मौसम सेवा केंद्र (बीएमएसके) के अनुसार, 24 अप्रैल तक राज्य में भीषण गर्मी की स्थिति बने रहने की संभावना है.
बिहार के आपदा प्रबंधन मंत्री शाहनवाज ने शनिवार को लोगों को सलाह सेते हुए कहा है कि वे गर्मी के प्रकोप और निर्जलीकरण से बचें. हमारा विभाग स्थिति पर नजर रखे हुए है. इसके अलावा, जिलाधिकारियों को भी अपने जिलों में स्थिति की निगरानी करने की सलाह दी गयी है. बिहार के नौ जिलों में शुक्रवार का अधिकतम तापमान 42 डिग्री या उससे अधिक दर्ज किया गया. वहीं, पांच स्थानों पर अधिकतम दिन का तापमान 43 डिग्री सेल्सियस से अधिक दर्ज किया गया.
रोहतास के डेहरी प्रखंड, गया के खिजरसराय प्रखंड और नवादा के वारिसलीगंज में शुक्रवार को अधिकतम तापमान 43.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. नालंदा में अधिकतम तापमान 43.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि अरवल में अधिकतम तापमान 43 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. बिहार के अन्य जिलों में अधिकतम तापमान 42 डिग्री या उससे अधिक दर्ज किया गया. बिहार के औरंगाबाद जिले में 42.8 डिग्री सेल्सियस, जमुई और भोजपुर 42.6 डिग्री सेल्सियस, सीवान 42. 5 डिग्री सेल्सियस, सारण 42.3 डिग्री सेल्सियस और पटना 42.2 डिग्री सेल्सियस तापमान रिकॉर्ड किया गया.
गोपालगंज, सीवान, मुजफ्फरपुर, समस्तीपुर, वैशाली, अरवल, भोजपुर, जहानाबाद, रोहतास, बेगूसराय, गया, लखीसराय, नालंदा, नवादा, पटना, बांका और मुंगेर में लगभग 68 प्रखंड में लू जैसी स्थिति है. पटना जिला प्रशासन ने राजधानी में सभी स्कूल प्राधिकारियों को स्कूलों के समय में संशोधन करने और छात्रों को ‘हीट स्ट्रोक’ से बचाने के लिए दिशा-निर्देश जारी करने का निर्देश दिया. जिला प्रशासन ने जिले के सभी स्कूलों में सुबह 11.45 बजे के बाद सभी कक्षाओं (प्री-स्कूलों और आंगनवाड़ी केंद्रों सहित) के लिए शैक्षणिक गतिविधियों पर रोक लगा दी है. बढ़ती गर्मी के कारण लोगों की भीड़ कूलर और एयरकंडीशन की दुकानों पर देखी जा रही है.