भागलपुर: जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कॉलेज अस्पताल में जटिल रोगों का भी सफल ऑपरेशन किया जा रहा है. अस्पताल को आधुनिक उपकरण से सुसज्जित किया गया है, जिससे मरीजों का सफल ऑपरेशन किया जा सके. अस्पताल में उपलब्ध सुविधा का लाभ खास कर ईएनटी एवं सर्जरी विभाग के मरीजों को ज्यादा मिल रहा है. सर्जरी विभाग के एचओडी डॉ मृत्युंजय एवं ईएनटी के विभागाध्यक्ष डॉ एसपी सिंह कहते हैं कि सप्ताह में दो से तीन जटिल रोगी का अस्पताल में सफल ऑपरेशन हो रहा है.
केस एक – चार माह पहले मायागंज अस्पताल के इएनटी में सन्हौला का एक मरीज भर्ती हुआ. उसके नाक से पानी लगातार कई माह से आ रहा था. डॉक्टर ने जांच की. पाया कि ब्रेन का पानी नाक से निकल रहा है. इस परेशानी का हल ऑपरेशन था. विभाग के एचओडी डॉ एसपी सिंह कहते हैं कि इस तरह के रोगी कम आते हैं. इस मरीज का ऑपरेशन जरूरी था, इसलिए दिल्ली एवं जयपुर के चिकित्सक से सलाह ली गयी. इसके बाद मरीज का सफल ऑपरेशन अस्पताल में संभव हो पाया. आज मरीज ठीक है. इस ऑपरेशन पर निजी अस्पताल में खर्च करीब पांच लाख रुपया तक आता है लेकिन मायागंज अस्पताल में मुफ्त में की गयी.
केस दो – कहलगांव से एक मरीज अस्पताल में भर्ती हुआ. उसके नाक का मांस बढ़ कर ब्रेन तक चला गया था. इससे मरीज को सांस लेने में भी परेशानी हो रही थी. साइनस भी परेशान कर रहा था. अस्पताल में हुए जांच में इस रोग पता चला. इसका इलाज ऑपरेशन था. गहन जांच के बाद आधुनिक मशीन की सहायता से मरीज का ऑपरेशन करने का निर्णय लिया गया. ईएनटी विभाग के एचओडी डॉ एसपी सिंह कहते है कि ऑपरेशन आसान नहीं था. चिकित्सकों की टीम ने दो से तीन घंटे में मरीज का सफल ऑपरेशन किया.
मायागंज अस्पताल के सर्जरी वार्ड में आधुनिक लेप्रोस्कोपी मशीन से गंभीर रोग का इलाज किया जा रहा है. विभाग के एचओडी डॉ मृत्युजय कुमार कहते हैं कि पहले किडनी से पत्थर निकालना भी मुश्किल था. मरीज का ओपन सर्जरी करना होता था. इससे मरीज को बीस दिन तक अस्पताल में रहना पड़ता था. अब लेप्रोस्कोपी मशीन से ऑपरेशन भी सरल हो गया है. किडनी से पत्थर निकालना भी आसान हो गया है. मरीज का ऑपरेशन कर उसे दूसरे दिन घर भेज दिया जाता है.
जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कॉलेज अस्पताल में आधुनिक मशीन से जटिल रोगों का इलाज हो रहा है. मरीजों को बाहर के शहरों में इलाज नहीं कराना पड़ रहा है. कम पैसे में अच्छा इलाज हो रहा है.
अस्पताल में सुविधा का विस्तार हो रहा है. इसका लाभ 13 जिले से अस्पताल इलाज के लिए आने वाले मरीजों को हो रहा है. व्यवस्था और बेहतर हो इसको लेकर प्रयास जारी है- डॉ. एके दास, अस्पताल अधीक्षक, जेएलएनएमसीएच