बगहा में मिड डे मील खाने से गुरुवार को करीब 150 बच्चे बीमार पड़ गये थे. घटना प्रखंड बगहा-2 की नरवल बरवल पंचायत के मध्य विद्वालय बरवल व मध्य विद्यालय नरईपुर की है. सुबह स्कूल में भोजन करने के बाद ही एक-एक करके कई बच्चों की तबीयत बिगड़ने लगी थी. जिसके बाद अभिभावकों के विरोध व हंगामे के बीच बच्चों को अस्पताल में भर्ती कराया गया था. अब दो दिवसीय मेडिकल कैंप लगाकर स्कूल में ही बच्चों की जांच की जा रही है.
बीते दिनों बगहा के सरकारी स्कूल में मध्याह्न भोजन करने के बाद सैकड़ों बच्चों की तबीयत बिगड़ गयी थी. अस्पताल में बच्चों को भर्ती किया गया था. वहीं अब मिड डे मील खाने से बीमार हुए बच्चों की जांच के लिए पटना से शिक्षा विभाग के सहायक निदेश शशि रंजन के नेतृत्व में तीन सदस्यों की टीम स्कूल पहुंची. दो दिवसीय मेडिकल कैंप लगाकर बच्चों की जांच की जा रही है.
मिड डे मील खाने से जो बच्चे प्रभावित हुए थे उनसे पूछताछ भी की गयी. वहीं एनजीओ के द्वारा संचालित की जा रही मिड डे मील भोजन का भी निरीक्षण टीम ने किया. टीम के सदस्यों ने बच्चों के साथ बैठकर भोजन भी किए. वहीं अस्पताल के अधीक्षक से गुरुवार की घटना की जानकारी भी ली. वहीं प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी के आदेश पर स्कूल कैंपस में कैंप लगाया गया. अधिकांश बच्चे ठीक पाए गए.
Also Read: बिहार में अभी सात दिनों तक चलेगी लू, मौसम विभाग ने जारी किया ऑरेंज अलर्ट, जानिए अपने जिले की वेदर रिपोर्ट..
उधर शनिवार को राजकीय मध्य विद्यालय रतनमाला में छात्र-छात्राओं के अभिभावक पहुंच गए और मिड डे मील अपने बच्चों को नहीं खाने दिया. उन्होंने एनजीओ के द्वारा खाना सप्लाई किए जाने का विरोध करते हुए मांग रखी कि स्कूल में ही भोजन पकाया जाए. इसकी कोई गारंटी नहीं रहती है कि बच्चों को ताजा भोजन लाकर दिया जाता है या नही. इसलिए स्कूल में ही भोजन पके.