Medical College of Biha स्वास्थ्य विभाग द्वारा राज्य के मरीजों का पॉकेट बोझ कम कराने के लिए अधिकाधिक 611 प्रकार की दवाएं मुफ्त (free medicine) देने की व्यवस्था की गयी है. इसमें ग्रामीण इलाकों के मरीजों को भी मुफ्त में मधुमेह, बीपी, मिर्गी और दमा की दवाएं मिलेंगी. विभाग द्वारा जारी सूची में हर स्तर के अस्पताल के लिए ओपीडी के मरीजों के लिए अलग दवाओं की सूची जारी की गयी है, जबकि भर्ती मरीजों के लिए दवाओं की अलग सूची तैयार की गयी है. विभाग द्वारा बिहार राज्य मानसिक स्वास्थ्य एवं सहबद्ध विज्ञान संस्थान (बीआइएमएचएएस) कोइलवर में मुफ्त मिलने वाली 144 प्रकार की दवाओं की सूची भी जारी की गयी है. विभाग द्वारा यह भी स्पष्ट कर दिया गया है कि शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर और स्वास्थ्य उपकेंद्रों में मरीजों के भर्ती होने की व्यवस्था नहीं है. ऐसे में वहां पर भर्ती मरीजों को मिलने वाली मुफ्त दवाओं की सूची नहीं दी गयी है.
राज्य की आवश्यक दवाओं की सूची के अनुसार मेडिकल कॉलेज अस्पतालों के ओपीडी में 356 प्रकार की दवाएं , तो भर्ती मरीजों के लिए 256 प्रकार की दवाएं मुफ्त मिलेंगी. इसी प्रकार से जिला अस्पतालों के ओपीडी में 287 प्रकार की दवाएं, तो भर्ती मरीजों के लिए 169 प्रकार की दवाएं होंगी. अनुमंडलीय अस्पतालों के ओपीडी में 212 प्रकार की, तो भर्ती मरीजों को 101 प्रकार की दवाएं मिलेंगी. सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों के ओपीडी में भी 212 प्रकार की, जबकि भर्ती मरीजों को 97 प्रकार की दवाएं होंगी. रेफरल अस्पतालों के ओपीडी में 203 प्रकार की और भर्ती मरीजों के लिए 98 प्रकार की दवाएं मिलेंगी.
प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों के ओपीडी में 201 प्रकार की और भर्ती मरीजों को 93 प्रकार की दवाएं मिलेंगी. अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों के ओपीडी में 140 प्रकार की , जबकि भर्ती मरीजों को 53 प्रकार की दवाएं मिलेंगी. इसके अलावा शहरी पीएचसी के ओपीडी में 180 प्रकार की, हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर 151 प्रकार की, टेलीमेडिसिन सेंटर पर 97 प्रकार की और स्वास्थ्य उपकेंद्र पर 32 प्रकार की दवाएं ओपीडी में मिलेंगी.
विभाग ने स्पष्ट किया है कि सभी मेडिकल कॉलेज अस्पतालों, जिला अस्पतालों और अति विशिष्ट अस्पतालों के ओपीडी में एंटी हीमोफिलिक फैक्टर की दवा रखी जायेगी. साथ ही पटना जिला के सभी अति विशिष्ट अस्पताल, राजवंशी नगर, गर्दनीबाग, न्यू गार्डिनर रोड अस्पताल में मेडिकल कॉलेज अस्पतालों की सूची में शामिल दवाएं भी रखी जायेंगी.