यूक्रेन में मेडिकल की पढ़ाई शुरू, सरकार व दूतावास से हरी झंडी मिलने के बाद बिहार के छात्रों ने भरी उड़ान
Bihar News: सरकार व दूतावास से हरी झंडी मिलने के बाद प्रदेश के छात्र एक बार फिर अपनी मेडिकल की पढ़ाई को लेकर यूक्रेन के लिए उड़ान भरने लगे हैं. पोलैंड की बसों में ये छात्र टर्नोसील पहुंचाये जायेंगे और उनकी कक्षाएं शुरू होंगी.
बिहार के छात्र एक बार फिर अपनी मेडिकल की पढ़ाई को लेकर यूक्रेन के लिए उड़ान भरने लगे हैं. वे पोलैंड के रास्ते कल यूक्रेन पहुंचेंगे. ये छात्र भारत सरकार तथा भारतीय दूतावास से हरी झंडी मिलने के बाद यूक्रेन के लिए रवाना हुए हैं. हालांकि यूक्रेन का मामला अभी शांत नहीं हुआ है और राजधानी कीव में अब भी बारूद और बम के धमाके जारी हैं. अच्छी बात यह है कि रूस और यूक्रेन के बीच चल रही जंग अब मात्र कीव तक ही है, अन्य जगहों पर हालात में सुधार हो गऐ हैं. इधर, छात्रों को पढ़ाई का नुकसान होते देख यूक्रेन स्थित भारतीय दूतावास ने छात्रों को वापस यूक्रेन बुला कर उनकी पढ़ाई पुनः शुरू कराने की बात कही और भारत सरकार ने छात्रों को भेजना शुरू कर दिया है.
काफी कठिनाई झेलकर की थी स्वदेश वापसी
लड़ाई के शुरुआती दौर में यूक्रेन के शहर टर्नोसील के टर्नासील मेडिकल कॉलेज में मेडिकल की पढ़ाई कर रहे गोपालगंज स्थित बरौली के पिंटू श्रीवास्तव का बेटा पुलकित श्रीवास्तव कड़ाके की ठंड में सैकड़ों किमी पैदल चल कर रोमानिया के बॉर्डर पर पहुंचा था, जहां से काफी मशक्कत के बाद वह भारत पहुंच सका. अब भारत सरकार ने पुनः यूक्रेन में मेडिकल की पढ़ाई करने वाले छात्रों को वापस पोलैंड के रास्ते यूक्रेन भेजना शुरू कर दिया है, ताकि उनकी पढ़ाई ससमय पूरी हो सके. पिंटू श्रीवास्तव ने बताया कि पुलकित ने 16 नवंबर को दिल्ली से उड़ान भरी और वह पोलैंड पहुंच चुका है.
पढ़ाई को महत्वपूर्ण मान अभिभावकों ने भेजा
पोलैंड की बसों में ये छात्र टर्नोसील पहुंचाये जायेंगे और उनकी कक्षाएं शुरू होंगी. यूक्रेन की स्थिति अभी पूरी तरह शांत नहीं है, लेकिन भारतीय दूतावास से हरी झंडी मिली, तो बच्चों को भेजना जरूरी हो गया था. हालांकि बच्चों को भेजते हुए डर भी लगा लेकिन उनकी जिंदगी का भी प्रश्न था. सोमवार से उनकी कक्षाएं शुरू हो जायेंगी. पुलकित के अलावा अन्य छात्र भी पढ़ाई को लेकर यूक्रेन रवाना हो रहे हैं.