पटना. विधानसभा अध्यक्ष की अध्यक्षता में शुक्रवार को परिसर में सत्र संचालन को लेकर सत्ता पक्ष एवं विपक्ष के नेताओं की बैठक होगी.इसमें महागठबंधन पिछले विधानसभा सत्र में के दौरान हुई घटना को उठायेगा. माले राज्य सचिव कुणाल ने कहा कि हम विधानसभा में हुई घटना को कभी नहीं भूल सकते हैं.
पिछले विधानसभा सत्र में हुई घटना से विधायक, जनता व विधानसभा की गरिमा सभी का अपमान हुआ है, लेकिन आज तक किसी भी अधिकारी पर कार्रवाई नहीं हुई है. इसलिए बैठक में सुरक्षा संबंधी और किसी पर कार्रवाई क्यों नहीं हुई , इस पर अध्यक्ष से सवाल होगा.
बिहार विधानसभा का मॉनसून सत्र 26 जुलाई से शुरू होगा, जिसको लेकर विपक्षी पार्टियां अपने – अपने तरीके से विधानसभा में सत्ता पक्ष को घेरने की तैयारी में जुट गयी हैं. वहीं, 25 जुलाई को पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देखी के आवास पर महागठबंधन की बैठक होगी, जिसमें सभी पार्टी के नेता व विधायक रहेंगे.
महागठबंधन के सबसे बड़े घटक दल राजद के नेता तेजस्वी यादव इसकी अध्यक्षता करेंगे. इस बैठक में तय होगा कि सत्र की कार्यवाही में महागठबंधन किस तरह भागीदारी करे.
मॉनसून सत्र में महागठबंधन एक साथ प्रदर्शन करेगा, इसको लेकर रणनीति बन रही है. वहीं, पार्टियां अपने क्षेत्र के मुद्दों और आम जनता से जुड़े मुद्दों को उठा कर प्रदर्शन करेंगी, लेकिन इस सत्र में यह देखने को मिलेगा कि सभी पार्टियां एक साथ परिसर के भीतर व बाहर प्रदर्शन करेगी.
वाम नेताओं ने कहा, कोरोना के दौरान विधानसभा सत्र में शामिल होना बेहद जरूरी : वाम नेताओं ने कहा कि कोरोना के दौरान विधानसभा सत्र में शामिल होना बेहद जरूरी है इसलिए हमारी कोशिश होगी कि सत्र के दौरान सभी सवालों का जवाब पत्ता पक्ष से लिया जाये, ताकि जनता को गुमराह करने में राज्य सरकार कामयाब नहीं हो सके.
Posted by Ashish Jha