बिहार में खुलेगा मेगा स्किल सेंटर, 90 प्रकार के रोजगार के लिए कोर्स होंगे उपलब्ध, इन शहरों का हुआ चयन
राज्यभर में युवाओं को रोजगार से जोड़ने. उन्हें रोजगार संबंधित ट्रेनिंग देने के लिए सभी जिलों में मेगा स्किल सेंटर की स्थापना होगी. श्रम संसाधन विभाग ने इस संबंध में प्रस्ताव तैयार किया है, जहां एक ही छत के नीचे युवाओं को प्रशिक्षण दिया जायेगा.
पटना. राज्यभर में युवाओं को रोजगार से जोड़ने. उन्हें रोजगार संबंधित ट्रेनिंग देने के लिए सभी जिलों में मेगा स्किल सेंटर की स्थापना होगी. श्रम संसाधन विभाग ने इस संबंध में प्रस्ताव तैयार किया है, जहां एक ही छत के नीचे युवाओं को प्रशिक्षण दिया जायेगा. युवाओं का कौशल विकास और प्रशिक्षण देकर उन्हें स्वावलंबी बनाया जायेगा. स्किल सेंटर में युवाओं को 90 प्रकार के ट्रेड का प्रशिक्षण दिया जायेगा.
पहले चरण में यहां खुलेगा सेंटर
पहले चरण में पटना, नालंदा व दरभंगा में सेंटर खुलेगा. इन केंद्रों पर हर साल दो हजार से ढाई हजार बच्चों को प्रशिक्षित किया जायेगा. पिछले पांच वर्षों में एक लाख एक हजार 264 युवाओं को निजी क्षेत्र में रोजगार के अवसर उपलब्ध कराएं गये हैं. इस सेंटर से बेरोजगारों को काफी हद तक रोजगार पाने में मदद मिल सकेगी.स्किल सेंटर में विभिन्न प्रकार की तकनीकी प्रशिक्षण के जरिये युवाओं को कमाऊ के लिए दक्ष बनाया जायेगा.
श्रम विभाग चला रहा है युवाओं के लिए कार्यक्रम
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सभी जिलों में वृहद स्तर पर नियोजन मेला और नियोजन कैंप का आयोजन किया जा रहा है.
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डोमेन स्किल में युवाओं को ट्रेंड विशेष में रोजगारपरक प्रशिक्षण दिया जाता है. रोजगार सहायता प्रदान की जाती है.
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कौशल युवाप्रोग्राम के तहत युवाओं को बुनियादी कंप्यूटर प्रशिक्षण, भाषा कौशल, व्यवहार कौशल प्रशिक्षण दिया जाता है.
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प्रधानमंत्री कौशल युवा प्रोग्राम के तहत रोजगार के उन्मुखीकरण के लिए प्रशिक्षण दिया जाता है.
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आइटीआइ संस्थानों में प्रशिक्षण की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए उच्च स्तरीय सेंटर ऑफ एक्सेलेंस बनाया जा रहा है.
90 प्रकार के रोजगार के लिए कोर्स उपलब्ध होंगे
स्किल सेंटर्स पर एग्रीकल्चर, एयरोस्पेस एंड एविएशन, कृषि, कपड़ा, ऑटोमोटिव, कैपिटल गुड्स, निर्माण , इलेक्ट्रॉनक्सि व हार्डवेयर, खाद्य प्रसंस्करण, ग्रीन जॉब्स, हैंडीक्रॉफ्ट्स, हेल्थ केयर, आयरन एंड स्टील, माइनिंग, पावर, रबर, टेलकम व टेक्सटाइल्स से जुड़े 90 प्रकार के रोजगार के लिए कोर्स उपलब्ध होंगे. शॉर्ट टर्म कोर्स के तहत छात्रों को कमसे- कम 300 घंटे और अधिकतम 1500 घंटे प्रशिक्षण दिया जायेगा. इन सेंटर्स का संचालन निजी कंपनियों द्वारा किया जायेगा.